# अदनाम सामी का बर्थडे भारत की आजादी वाले दिन होता है. तारीख थी 15 अगस्त और साल था 1973.इस 15 अगस्त वाले संयोग के बारे में एक बार खुद अदनान ने कहा था-
किस्मत पर मेरा विश्वास बिल्कुल अच्छी तरह से स्थापित हो गया था. क्योंकि मैं 15 अगस्त को पैदा हुआ था. विडंबना देखिए, ये 14 हो सकता था. लेकिन नहीं, ‘उसने’ (ईश्वर ने) सुनिश्चित किया कि मेरा जन्म 15 अगस्त को हो, ये पहला संकेत था.
अदनान को पदम श्री मिला है. भारत में चौथे नंबर का नागरिक सम्मान. वहीं उनके पिता अरशद को पाकिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा मिलिट्री अवॉर्ड, सितारा-ए-जुर्रत मिला है.
अदनान के म्यूजिक गुरु भी पाकिस्तान के नहीं, हिंदुस्तान के थे. मशहूर संतूर वादक पंडित शिवकुमार शर्मा. पंडित शर्मा को भी पद्मश्री मिल चुका है.
अदनान का पहला म्यूजिक एलबम भारत के मशहूर तबला वादक ज़ाकिर हुसैन के साथ था. इसका टाइटिल था, दी वन एंड ऑनली.
# शादियां-
अदनान सामी की ज़िंदगी मे तीन स्त्रियां आईं. जिसमें से एक के साथ तो उन्होंने दो बार शादी की.उनकी पहली शादी का हमने ऊपर जिक्र किया. ज़ेबा के साथ. दोनों का एक बेटा अज़ान है, जो अदनान के साथ भारत में ही रहता है. अज़ान भी म्यूजिक की फील्ड में हैं.
1993 में हुई ये शादी तीन साल भी न चली और ज़ेबा से 1995 में ही इनका तलाक हो गया.
ज़ेबा और अज़ान.
फिर इंडिया में रहने के दौरान इनकी मुलाकात दुबई बेस्ड सबाह गलदारी से हुई. 2001 में सबाह से शादी भी हो गई. लेकिन इनका तलाक भी उसी रफ़्तार से महज डेढ़ साल में ही हो गया.
सबाह से 2008 में फिर से मुलाक़ात हुई. तब तक अदनान 163 किलो से ज़्यादा वज़न घटा चुके थे. अबकी दोनों ने फिर से चीज़ें सही करने की तमाम कोशिशें कीं लेकिन साल भर के भीतर ये फिर अलग हो गए. अदनान का कहना है कि इनकी दूसरी बीवी इनके बेटे के साथ सहज नहीं थीं. न ही परिवार के अन्य सदस्यों के साथ. ये वाला मामला कोर्ट कचहरी तक जा पहुंचा.
यूं 2009 उनके लिए कुछ सबसे बुरे वर्षों में से एक रहा. एक तरफ टूटता रिश्ता, वो भी बड़ी कड़वाहटों के साथ. दूसरी तरफ उनके पिता जी का देहांत हो गया. जो उनके सबसे ज्यादा करीब थे. 2009 में तरन आदर्श को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया-
मेरे वालिद सबसे पहले मेरे गुरु थे, मेरे सबसे अच्छे दोस्त थे, मेरे गाइड थे और फिर उसके बाद मेरे पिता थे. मैं उन्हें बहुत मिस करता हूं. चाहे वो दुनिया के जिस कोने में थे, मुझे ये एहसास रहता था कि मैं फोन उठाकर उनसे बात कर सकता हूं. मेरे ऊपर जो प्रोटेक्शन की छत थी, वो गुज़र गई है.
तब उनके इस मुश्किल वक़्त में उनकी दोस्त रोया खान एक सहारे की तरह उनके साथ खड़ी रही. और इसी साथ ने अदनान को अहसास कराया कि उन्हें रोया जैसे ही हमसफ़र की तलाश, या ज़रुरत रही. जो उनके बेटे और परिवार को दिल से अपना सके. यही वजह रही कि तीन असफल शादियों के बाद भी 2010 में उन्होंने चौथी शादी की. रोया जर्मनी में इंजीनियर थी लेकिन शादी के बाद मुंबई शिफ्ट हो गईं.
अदनान सामी, रोया के साथ. (तस्वीर: इंडिया टुडे आ्रकाइव)
2005 में वो 'लिंफोडेमा' से पीड़ित हो गए थे. 'लिंफोडेमा', एक ऐसी बीमारी, जिसमें शरीर सूजने लगता है.
डेढ़ सौ से ज़्यादा किलो वजन कम करके वो वापस आए तो ‘अप्रासंगिक’ से हो गए. इसका बड़ा कारण शायद ये भी रहा कि भारी भरकम अवतार में दर्शक उनसे ज़्यादा रिलेट कर पाते थे.
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फिल्म रिव्यू: स्ट्रीट डांसर 3डी-