आज कहानी एक प्लेन क्रैश की. जिसे हवाई दुर्घटनाओं का टाइटैनिक कहा जाता है. एयरबस 330 मॉडल का एक प्लेन. जिसमें उन्नत तकनीक वाला ऑटो पायलट सिस्टम मौजूद था. इस कदर उन्नत कि टेक ऑफ़ से लैंडिंग के बीच पायलट को सिर्फ़ 3 मिनट प्लेन हैंडल करने की ज़रूरत पड़ती थी. 1992 में अपनी पहली फ़्लाइट से 2009 तक इस मॉडल के किसी प्लेन के साथ कभी कोई दुर्घटना नहीं हुई. लेकिन फिर एक रोज़ एयर फ़्रांस का इसी मॉडल का एक प्लेन बीच हवा में अचानक ग़ायब हो जाता है. किसी को नहीं पता था कैसे. दो साल की खोज के बाद मिले ब्लैक बॉक्स से असलियत सामने आती है. सामने आती है प्लेन के आख़िरी चार मिनटों की कहानी. जो जितनी हैरतंगेज़ थी उतनी ही डरावनी भी. देखें वीडियो.