रेतीली जमीन के बीचों-बीच बसा एक पूरा शहर. युद्ध की मुद्रा में आठ हजार सैनिक पूर्व दिशा की ओर मुंह किए खड़े हैं. सबसे आगे खड़े हैं सेना के जनरल. 6 फुट 7 इंच का क़द. पीछे रथों की एक कतार लगी है. हर रथ में चार घोड़े जुते हैं. जिनके ऊपर बैठे हैं तीरंदाज़. ये सब लोग जिसकी रक्षा कर रहे हैं, वो बादशाह, कुछ ही दूर एक नदी के बीच मौजूद है. सुनकर आपको लग रहा होगा. इतिहास के किसी युद्ध की बात हो रही है. लेकिन कैसा लगेगा, अगर आपको बताएं कि ये पूरा युद्ध जमीन के अंदर चल रहा है. पूरा युद्धस्थल टनों मिट्टी में दबा हुआ है. और बादशाह जिस नदी के बीच खड़ा है, वो मर्करी यानी पारे की नदी है.