फिल्मों का शौक़ीन एक ऑटो वाला जिसने पहले शराब बेची फिर लड़कियां. और जब इतने से मन न भरा तो सीरियल किलर बन गया. आज की कहानी गौरी शंकर उर्फ़ ऑटो शंकर की. ये कहानी शुरू होती है साल 1955 से. तमिनाडु के वेल्लोर जिले में पैदाइश हुई गौरी शंकर की. बचपन वेल्लोर में गुजारने के बाद गौरी शंकर पहुंचा मद्रास. फ़िल्में उसका पहला प्यार थीं और उसे लगता था मद्रास जाकर फिल्मों में एंट्री मिल जाएगी. उसके पास पेंटिंग का हुनर था. पेरियार नगर नाम की एक जगह पर वो पेंटर का काम करने लगा. रंग जमा, काम चलने लगा. गौरी शंकर ने शादी कर ली, चार बच्चे भी हो गए. फिर एक रोज़ एक हादसे में पत्नी की मौत हो गई. यहां से गौरी शंकर की जिन्दगी ने एक नया मोड़ लिया. पूरा किस्सा जानने के लिए देखें वीडियो.
तारीख: CM की मौत ने पकड़ाया सीरियल किलर!
आज की कहानी गौरी शंकर उर्फ़ ऑटो शंकर की.