कहां से आया ये चैलेंज?
टिक-टॉक या इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफ़ॉर्म जहां वीडियो शेयर किये जाते हैं, वहां चैलेंज कैसे भी शुरू हो जाते हैं. एक अकाउंट कुछ पोस्ट करता है, अगर वो लोगों को पसंद आ गया तो वो ट्रेंड बन जाता है. इस चैलेंज की शुरुआत कहां से हुई ये कहा नहीं जा सकता. लेकिन अभी तक ये अमेरिका और यूरोप में काफी पॉपुलर हो रहा है. भारत तक नहीं पहुंचा है. इस चैलेंज का नाम स्पेनिश में Rompcráneos है. अधिकतर जिन बच्चों के साथ ये चैलेंज किया जाता है, उसमें बीच में खड़े बच्चे को पता भी नहीं होता कि उसे गिराया जाएगा. जिन बच्चों को इस बारे में पता होता है और जानबूझकर इसमें भाग लेते हैं, उन्हें भी ये नहीं पता होता कि उन्हें कितनी चोट लग सकती है.
वैलेरी का वो पोस्ट जिसमें वो अपने बेटे को लगी चोटों के बारे में बात कर रही हैं. (तस्वीर: फेसबुक)
इस तरह के चैलेंज सोशल मीडिया पर नए नहीं हैं. कुछ बेहद साधारण होते हैं. कुछ फनी होते हैं. लेकिन कुछ ऐसे होते हैं जिनसे काफी ख़तरा होता है. स्कल ब्रेकर चैलेंज उन खतरनाक चैलेंजेज में से एक है. कुछ सेकंड के प्रैंक और वीडियो व्यूज के लिए किसी की जान के साथ खिलवाड़ करना किसी भी हालत में सही नहीं. ये बात बच्चों तक पहुंचनी ज़रूरी है. कई रिपोर्ट्स बता रही हैं कि अब तक कई बच्चों को गंभीर चोटें लगी हैं. रिपोर्ट्स बताती हैं कि बैंकॉक पुलिस ने घोषणा की है कि इस चैलेंज के ज़रिये जो भी लोगों को चोट पहुंचाएगा उसे पांच से दस साल तक की जेल हो सकती है.
इस चैलेंज में कई बच्चों के घायल होने की खबरें आ चुकी हैं. डॉक्टर्स का मानना है कि इससे शरीर की सारी हड्डियां टूट सकती हैं. (तस्वीर: वीडियो से एक स्क्रीनशॉट)
खतरनाक चैलेंजेज़ की लाइन में न तो ये पहला है, न आखिरी
इसी तरह कुछ समय पहले ब्लू व्हेल चैलेंज आया था. इसमें बच्चों और टीनेजर्स को हिंसक काम करने का टास्क दिया जाता था. अंत में उन्हें आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया जाता था. कीकी चैलेंज में भी कई लोग घायल हुए थे, क्योंकि इसमें चलती हुई गाड़ी के साथ साथ चलते हुए वीडियो बनाना होता था. टाइड पॉड चैलेंज में लोग डिटर्जेंट की पुड़िया चबाने लग गए थे. समय के साथ ये ट्रेंड भी ख़त्म हुए, लेकिन कई लोगों को (ख़ास तौर पर बच्चों) को इनकी वजह से नुकसान उठाना पड़ा.
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