साल 2022 का लल्लनटॉप अड्डा (Lallantop Adda 2022) जमा दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में. तीन दिन तक चला. इसमें शिरकत की देश की मशहूर हस्तियों, फ़िल्म स्टार्स और यूट्यूब की क्रिएटर्स ने. यूट्यूब क्रिएटर और टीचर हिमांशी सिंह भी लल्लनटॉप अड्डे के मंच पर आईं और फैन्स से जमकर बात की. हिमांशी का यूट्यूब चैनल लेट्स लर्न (Let’s learn) नाम से है. जहां वो CTET और टीचिंग से जुड़े टॉपिक्स पढ़ाती हैं. अपने यूट्यूब वीडियोज में आने वाले कॉमेंट्स पर हिमांशी ने अपनी राय साझा की. जानिए क्या जवाब दिया?
जब हिमांशी सिंह की लाइव क्लास में मैसेज आया, 'गर्लफ्रेंड रिप्लाई नहीं करती... '
हिमांशी ने ये मैसेज करने वाले को गजब घेर लिया!
ऑनलाइन वीडियो में कॉमेंट्स के बारे में बात करते हुए हिमांशी ने कहा कि लाइव क्लास में मैं आइडिया लेने के लिए कॉमेंट्स पढ़ने लगती हूं. मेरे वीडियोज में बहुत तरह के कॉमेंट्स आते हैं. एक बार कोई अपनी प्रेमिका के बारे में भी लिख रहा था कि वो रिप्लाई नहीं कर रही है. हिमांशी ने बताया,
“एक लाइव क्लास के दौरान हजारों लोग पढ़ रहे होते हैं. मैंने एक कॉमेंट पढ़ा उसमें एक व्यक्ति किसी का नाम लिख कर कह रहा था कि वो मेरी जान है और मुझे मेरे मैसेज का रिप्लाई नहीं कर रही है. मैंने उनको घेर लिया और कहा कि मर्यादा में रहो. ऐसे ही एक बार एक व्यक्ति ने लिखा कि आप ने दो साल से मेरा नाम नहीं लिया. उनका नाम पढ़ने के बाद मैंने कहा अच्छा हुआ आपका नाम नहीं लिया.”
हिमांशी ने बताया कि मेरे स्टूडेंट्स बहुत बढ़िया हैं. वो एक-दूसरे को ही समझा लेते हैं. मेरा रिलेशन स्टूडेंट्स के साथ दोस्त के जैसा है.
ऑनलाइन एजुकेशन के बारे में बताते हुए हिमांशी ने कहा,
“ऑनलाइन एजुकेशन एक वरदान के रूप में है. ऑनलाइन बहुत से सीरियस लोग पढ़ते हैं और उन्हें फायदा भी होता है. मुझे नहीं लगता कि ऑनलाइन एजुकेशन के कुछ नुकसान हैं, मेरे हिसाब से वरदान ज्यादा है. कोविड के बाद से ऑनलाइन क्लासेज का चलन बढ़ा है. अगर मेरे लर्नर्स मुझसे जुड़े हुए हैं तब तक चीजें ठीक रहेंगी.”
इस सवाल पर बोलते हुए हिमांशी ने कहा,
‘मैं इसे दो तरह से देखती हूं. एक तो ट्रोलिंग होती है और दूसरी आलोचना होती है. ट्रोलिंग पर आप ज्यादा सीरियस नहीं हो सकते हो. कई बार तो लोग आलोचना करते हैं. आलोचना को हम सही तरह से ले सकते हैं. निंदा करने वालों को पास ही रखना चाहिए. आलोचना से आप खुद को सुधार सकते हैं. मैंने आलोचकों से बहुत सी चीजें सीखी हैं.’
हिमांशी के मुताबिक, ट्रोलिंग को नकारना चाहिए लेकिन आलोचना अपने आप को बेहतर करने का एक तरीका है.
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