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ओडिशा ट्रेन हादसे में अब तक क्या-क्या हुआ? 10 पॉइंट में पूरी कहानी

हादसा इतना बड़ा था कि NDRF के साथ-साथ तीनों सेनाओं की टुकड़ियों को काम पर लगाना पड़ा.

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ओडिशा ट्रेन हादसा बीतो दो दशकों में सबसे बड़ा रेल हादसा है. (PTI)

2 जून की शाम ओडिशा के बालासोर में एक रेल हादसा हुआ. एक मालगाड़ी, कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) और हावड़ा एक्सप्रेस की टक्कर हुई. आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक यह हादसा बालासोर स्टेशन के पास बहानगा बाजार स्टेशन के पास हुआ. हादसे के समय आउटर लाइन पर एक मालगाड़ी खड़ी थी. हावड़ा से आ रही कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841), जो चेन्नई जा रही थी, बहानगा बाजार से 300 मीटर पहले डिरेल हुई. यानी पटरी से उतर गई. हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस का इंजन पहले से खड़ी एक मालगाड़ी पर चढ़ गया. इसके साथ ही कोरोमंडल एक्सप्रेस ट्रेन की पीछे वाली बोगियां तीसरे ट्रैक पर जा गिरीं. तभी इसी ट्रैक पर तेज रफ्तार से आ रही हावड़ा- बेंगलुरु एक्सप्रेस (12864) ट्रैक पर पड़ी कोरोमंडल एक्सप्रेस की बोगियों से तेजी से टकरा गई.

इस दुर्घटना में अब तक क्या-क्या जानकारी सामने आई है? सब जानते हैं 10 पॉइंट्स में.

- 2 जून की शाम लगभग सात बजे ये दुर्घटना हुई. ओडिशा सरकार ने ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) को घटनास्थल पर भेजा. इसके साथ ही कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए. नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (NDRF) की टीमें भी घटनास्थल पर भेजी गई. कुल 7 NDRF टीम, 5 ODRAF टीम और 24 एमरजेंसी और फायर सर्विस को घटनास्थल पर भेजा गया.

- थोड़ी देर बाद ख़बर आई कि एक और ट्रेन इसी घटनास्थल पर डिरेल हो गई. ये हावड़ा-बेंगलुरु एक्सप्रेस थी.

- ओडिशा सरकार ने घटनास्थल पर 200 से ज्यादा एंबुलेंस और 30 बस भेजीं. इससे हादसे में घायल लोगों को बचाने का काम शुरू हुआ और उन्हें पास के अस्पताल और कम्युनिटी हेल्थ सेंटर पहुंचाया गया.

- ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घटनास्थल पहुंच गए. दोनों ने बचाव ऑपरेशन का जायजा लिया. अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस घटना पर इंक्वायरी की जाएगी और इसके लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई जा चुकी है. वहीं पटनायक घटनास्थल के बाद अस्पताल पहुंचे.    

- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार 3 जून को ही ओडिशा जाएंगे. खबरों के मुताबिक मोदी पहले घटनास्थल जाएंगे और फिर कटक के एक अस्पताल जाकर घायलों से मिलेंगे. शनिवार को ही मोदी ने सिचुएशन के रिव्यू के लिए एक मीटिंग ली.

- रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो चुका है. अब रेस्टोरेशन का काम शुरू होने जा रहा है.

- लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक मरने वालों की संख्या 280 के पार पहुंच गई है. आधिकारिक आंकड़ा 261 का है. वहीं घायलों का आंकड़ा 900 से ज्यादा है.

- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ट्रेन दुर्घटना के बाद एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है. ओडिशा में भी शनिवार को राजकीय शोक मनाए जाने की घोषणा की गई.

- इस हादसे के बाद कई ट्रेनों को रद्द और डाइवर्ट किया गया. कुल 33 ट्रेन रद्द की गई हैं. वहीं 36 ट्रेनों को डाइवर्ट किया गया है. इसकी पूरी सूचि आप यहां देख सकते हैं. इसे साउथ-ईस्टर्न रेलवे ने जारी किया है.

- भारतीय सेना के तीनों विंग - एयर फोर्स, नेवी और सेना - को घटनास्थल पर भेजा गया. तीनों फोर्सेस ने रेस्क्यू ऑपरेशन में योगदान दिया.

इस हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन 2 जून की पूरी रात और 3 जून की सुबह तक चला था. ओडिशा सरकार के मुताबिक मौके पर 200 एम्बुलेंस लगाई गईं. साथ ही 45 मोबाइल हेल्थ टीम, 50 डॉक्टर लगाए गए थे.

वीडियो: मास्टरक्लास: वंदे भारत ट्रेनें अपनी असली स्पीड पर क्यों नहीं चल पा रहीं