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हिंडनबर्ग-अडानी केस पर SC कमेटी ने किन 13 कंपनियों पर कहा- मालिक नहीं पता चल रहे!

कहा- 'पहली नजर में फर्जीवाड़ा नहीं', लेकिन कहानी बस इतनी नहीं...

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सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गयी कमेटी की रिपोर्ट आ गई है | फाइल फोटो: आजतक

अडानी-हिंडनबर्ग (Adani Hindenburg) मामले में शुक्रवार, 19 मई को सुप्रीम कोर्ट की एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक हो गई है. कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट 6 मई को सौंप दी थी. इंडिया टुडे के मुताबिक रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी समूह ने पहली नज़र में किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है. साथ ही अडानी समूह की कंपनियों में गैरकानूनी तरीके से किए गए निवेश के सबूत नहीं मिले हैं. लेकिन, अपनी रिपोर्ट में SC की एक्सपर्ट कमेटी का ये भी कहना है कि कुछ चीजें हैं जिनकी जांच SEBI को तय करनी चाहिए.

रिपोर्ट के बड़े पॉइंट्स

-अडानी समूह के शेयरों में आर्टिफिशियल ट्रेडिंग का भी कोई पैटर्न नहीं मिला है.

- सेबी को उन 13 विदेशी संस्थाओं के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं मिली थी. जिनपर अडानी मामले में आरोप लगे हैं. सेबी ये तय करे कि अब इन संस्थाओं की जांच कैसे होनी चाहिए.

- 2020 से इन विदेशी कंपनियों की जांच की जा रही थी, लेकिन SEBI अब तक उनके मालिकों के बारे में पता नहीं कर पाई.

- अडानी ग्रुप के शेयरों के संबंध में सिस्टम से 849 ऑटोमेटेड अलर्ट जनरेट किए गए. स्टॉक एक्सचेंज की नजर में ये अलर्ट आए और 4 अलर्ट SEBI के सामने रखे गए थे.

- अडानी-हिंडनबर्ग केस के सिलसिले में चर्चा के लिए हमने कुछ इंटरनेशनल सिक्योरिटी फर्म से कॉन्टैक्ट की कोशिश की थी. कोई भी फर्म या बैंक, एक्सपर्ट कमेटी से बातचीत को राजी नहीं हुए. इनमें से कुछ ने अडानी समूह के साथ अपने व्यावसायिक संबंधों के चलते हितों का टकराव होने की बात कही. और कुछ भी बताने से मना कर दिया.

अगली सुनवाई 11 जुलाई को

कमेटी की सौंपी गई जांच रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसे इस रिपोर्ट के विश्लेषण के लिए समय चाहिए. कमेटी की रिपोर्ट पक्षकारों को भी दी जाएगी. इस रिपोर्ट पर अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी. CJI डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला की बेंच ने इस पर सुनवाई की.

हिंडनबर्ग ने अडानी पर गंभीर आरोप लगाए थे

बता दें कि अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी 2023 को रिपोर्ट जारी कर अडानी ग्रुप की कंपनियों को ओवरवैल्यूड बताया था. अकाउंट्स में हेरफेर का आरोप लगाया था. साथ ही अडानी ग्रुप पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप भी लगाए थे.

हालांकि, हिंडनबर्ग के आरोपों को अडानी ग्रुप ने खारिज कर दिया था. लेकिन विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर जमकर बवाल मचाया और जब मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, तो सुप्रीम कोर्ट ने जांच के लिए एक विशेष कमेटी गठित की थी. अब इस कमेटी की ही रिपोर्ट सामने आई है.

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