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'मोदी ने दिए Adani को 20 हजार करोड़', राहुल गांधी के आरोपों का ये जवाब मिला

Adani ने बता दिया, क्या बेचा जो पैसा आया.

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अडानी पर राहुल ने लगाए थे बड़े आरोप | फाइल फोटो: आजतक

Adani Group के पास 20 हजार करोड़ रुपए कहां से आए? ये सवाल कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) काफी समय से पूछ रहे हैं. अब इसका जवाब खुद गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी ने दिया है. अडानी ग्रुप ने सोमवार, 10 अप्रैल को 2019 से लेकर अब तक अपनी कंपनियों की बेची गई कुल हिस्सेदारी का ब्योरा सार्वजनिक किया. Adani Group ने बताया है कि साल 2019 से अब तक उसे अपनी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने से 2.87 अरब डॉलर (करीब 23 हजार करोड़ रुपए) मिले हैं. साथ ही इनमें से 2.55 अरब डॉलर (लगभग 20,000 करोड़ रुपये) को बिजनेस में लगाया जा चुका है.

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक अडानी ग्रुप ने पिछले चार साल का पूरा हिसाब सार्वजनिक करते हुए कहा है कि अबू धाबी स्थित इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी जैसे निवेशकों ने अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश किया है. इन्होंने अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड जैसी ग्रुप की कंपनियों में 2.593 अरब डॉलर (लगभग 20,000 करोड़ रुपये) का निवेश किया है. इसके अलावा कंपनी के प्रमोटर्स ने 2.783 अरब डॉलर (22 हजार करोड़ रुपए) जुटाने के लिए कंपनी की हिस्सेदारी बेची. ये हिस्सेदारी अडानी टोटल गैस लिमिटेड और अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड से बेची गई थी.

Adani Group का दावा है कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है और इस समय उसे बर्बाद करने की प्रतिस्पर्धा चल रही है.

राहुल गांधी और एफटी ने क्या दावा किया था?

इससे पहले ब्रिटिश अखबार फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) ने भारत के एफडीआई डेटा का एनालिसिस करके एक रिपोर्ट छापी थी. इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि हाल के सालों में अडानी ग्रुप में जितना एफडीआई आया है, उसका लगभग आधा हिस्सा उनके परिवार से जुड़ी ऑफशोर कंपनियों से ही आया है. रिपोर्ट में दावा किया गया था, 'अडानी और उनके परिवार से जुड़ी ऑफशोर कंपनियों ने 2017 से 2022 के बीच अडानी ग्रुप में कम से कम 2.7 अरब डॉलर का इन्वेस्ट किया है.'  ये रकम इस दौरान अडानी ग्रुप को मिले कुल 5.7 अरब डॉलर के कुल एफडीआई का 45.4 फीसदी है.

फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट से इतर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी आरोप लगाया था कि अडानी समूह को शेल कंपनियों से 20 हजार करोड़ रुपये मिले हैं. उन्होंने कहा था कि शेल कंपनियों के जरिए हजारों करोड़ रुपये का विदेशी पैसा अडानी ग्रुप में इन्वेस्ट किया गया है, इसमें से कुछ भारत के डिफेंस सेक्टर में भी एक्टिव हैं.

वीडियो: अडानी के बचाव में क्यों उतरे शरद पवार? राहुल गांधी को झटका लग गया!