उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अग्निपथ स्कीम (Agnipath scheme) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा के आरोपियों से वसूली की जाएगी. वाराणसी (Varanasi) जिले में उन लोगों की लिस्ट भी बना ली गई है, जिन पर प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है. इस लिस्ट में 27 आरोपियों के नाम हैं. वाराणसी जिला प्रशासन के मुताबिक इन सभी से अब वसूली की जाएगी.
अग्निपथ हिंसा: वाराणसी पुलिस 27 प्रदर्शनकारियों से 13 लाख रुपये वसूलेगी
वाराणसी प्रशासन की रिपोर्ट में सभी 27 प्रदर्शनकारियों के तोड़फोड़ वाले वीडियो सबूत के तौर पर मौजूद
आजतक से जुड़े रोशन जायसवाल के मुताबिक वाराणसी जिला प्रशासन ने बताया 17 जून को अग्निपथ योजना के विरोध में 100-150 उपद्रवियों के जत्थे ने पथराव और डंडों से वार करते हुए बसों और अन्य वाहनों के शीशे, हेडलाइट और सीटें तोड़ दी थीं. इससे वाराणसी रोडवेज को तकरीबन 4 लाख रुपए और वाराणसी सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड को करीब 9 लाख रुपए का नुकसान हुआ.
रोशन जायसवाल के मुताबिक सार्वजनिक संपत्ति को हुए इस नुकसान की वसूली के लिए वाराणसी के जिलाधिकारी ने पूरा दावा प्रस्ताव तैयार कर इसे संबंधित प्राधिकरण को भेज दिया है. प्रशासन के मुताबिक इस प्रस्ताव में कथित रूप से हिंसा और तोड़-फोड़ करने वाले 27 व्यक्तियों के नाम और फ़ोटो के अलावा उनके वीडियो भी सबूत के तौर पर मौजूद हैं.
वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने आजतक को बताया,
'जौनपुर और आजमगढ़ से उपद्रवी आए थे''अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वालों से सार्वजनिक संपत्तियों के नुकसान की भरपाई की जाएगी...वाराणसी में उपद्रवी तत्वों द्वारा कुल 36 वाहनों को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे तकरीबन 13 लाख रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ है. इस मामले में अब तक हमने 27 उपद्रवियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया है.'
जिलाधिकारी कौशल राज के मुताबिक वाराणसी के गांव हथियर, हजीपुर, मुढ़ादेव, देवराईदान, चोलापुर एवं गोसाईपुर से उपद्रव करने वाले लोगों को पकड़ा गया है. इसके अलावा कई उपद्रवी पड़ोसी जिलों से भी आए थे. जिलाधिकारी के मुताबिक हिंसा और तोड़-फोड़ करने वाले कुछ लोग गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, मऊ जिले से भी वाराणसी आए थे, जिनकी गिरफ्तारी हो गई है. उन्होंने ने ये भी बताया कि 17 जून की घटना में जैसे-जैसे और लोगों की की संलिप्तता सामने आएगी, उनका भी नाम वसूली के लिए भेजा जाएगा.
आजतक से बातचीत में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नौजवानों से अपील की है कि वे कतई किसी के बहकावे में न आएं और ऐसे किसी भी अराजक कार्य में लिप्त न हो, जिससे उनका पूरा भविष्य खराब हो जाए. जिलाधिकारी के मुताबिक किसी भी प्रकार के गैर कानूनी कार्य में लिप्त एवं पकड़े जाने पर वे भविष्य में सरकारी नौकरियों से वंचित रह जाएंगे.