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'अमृतपाल के साथियों को 24 घंटे में छोड़ो', सिख संगठनों ने मीटिंग बाद दिया अल्टीमेटम

पंजाब पुलिस ने 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया था.

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बैठक के दौरान सिख संगठन के प्रतिनिधि, अमृतपाल सिंह (फोटो- SGPC/ इंडिया टुडे)

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को भागे हुए 10 दिन हो गए. हर दिन अलग-अलग जगहों से कुछ तस्वीरें आईं. लेकिन अब भी वो पंजाब पुलिस की पकड़ में नहीं आया है. इस बीच 27 मार्च को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में सिख संगठनों ने एक बैठक बुलाई. बैठक में अकाल तख्त के जत्थेदार ने अमृतपाल के साथियों और समर्थकों को रिहा करने की चेतावनी दी है. इसके लिए उन्होंने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया है. बैठक में पहुंचे संगठनों ने आरोप लगाया कि सिखों को बदनाम किया जा रहा है.

इंडिया टुडे से जुड़े सतेंदर चौहान की रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि सरकार अमृतपाल के साथियों को 24 घंटे के भीतर रिहा करे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो SGPC पंजाब के गांव-गांव जाकर लोगों को जागरुक करेगी. SGPC ने वैसे परिवारों को संगठन से संपर्क करने को कहा है जिनके लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अनुसार परिवार से संपर्क करने के बाद हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी.

बैठक में SGPC ने कहा कि सिखों को नेशनल मीडिया में बदनाम किया जा रहा है. उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके अलावा सरकार से सिख युवाओं पर लगे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) को भी हटाने की मांग की गई है.

207 लोगों को गिरफ्तार किया गया

अमृतपाल को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस ने 18 मार्च को ऑपरेशन शुरू किया था. पूरे राज्य में 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. 23 मार्च को पंजाब पुलिस ने एक बयान में कहा कि अब तक 207 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 30 के खिलाफ आपराधिक गतिविधि के सबूत मिले हैं. पंजाब पुलिस ने साथ में यह भी कहा था कि इनमें से 177 लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया जाएगा.

अगले दिन यानी 24 मार्च को पंजाब पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 44 लोगों को छोड़ दिया गया है. पुलिस ने कहा कि उन लोगों को भी रिहा किया जाएगा, जिनकी कम से कम भूमिका है. पंजाब पुलिस के मुताबिक, सीएम भगवंत मान का निर्देश है कि इस ऑपरेशन के दौरान किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशान ना किया जाए.

18 मार्च के बाद अमृतपाल के भागने को लेकर कई जानकारियां सामने आ चुकी हैं. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमृतपाल 18 मार्च को जालंधर के नांगल अंबियन गांव के एक गुरुद्वारे में पहुंचा था. वहां के एक ग्रंथी रंजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि गुरुद्वारे में अमृतपाल ने कपड़े बदले, लंगर खाया और कुछ देर बाद निकल लिया. इसके बाद अमृतपाल की अलग-अलग जगहों से कई तस्वीरें सामने आईं. लेकिन पुलिस उसके नजदीक नहीं पहुंच सकी.

वीडियो: अमृतपाल सिंह इंटरव्यू: खालिस्तान, पंजाब, ISI कनेक्शन और बाकी आरोपों पर क्या बात हुई?