The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

अमृतपाल गुरुद्वारे में जिसके सामने कपड़े बदलकर भागा, उसने बड़े राज खोले!

ग्रंथी रंजीत सिंह ने अमृतपाल सिंह के गुरुद्वारे आने की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं दी?

post-main-image
पुलिस ने अमृतपाल की तस्वीरेें जारी की हैं. (फोटो- ANI)

'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) को पंजाब पुलिस (Punjab Police) कई दिनों से तलाश रही है. मंगलवार, 21 मार्च की शाम खबर आई थी कि पुलिस की पकड़ से बचने के लिए अमृतपाल गाड़ियां बदल रहा है. उसकी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं. इनमें अमृतपाल को मर्सिडीज, ब्रेज़ा, प्लेटिना बाइक और बुलेट का इस्तेमाल कर फरार होते देखा गया है. अब खबर आई है कि फरार होने से पहले अमृतपाल ने एक गुरुद्वारे में कपड़े बदले थे, वहां लंगर खाया था, उसके बाद भाग निकला था.

गुरुद्वारे के ग्रंथी ने क्या बताया?

पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह और उसके साथियों को पकड़ने का अभियान 18 मार्च को शुरू किया था. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक उस दिन दोपहर 1 बजे के आसपास अमृतपाल जालंधर जिले के नांगल अंबियन गांव में बने गुरुद्वारे पहुंचा था. तभी गुरुद्वारे के प्रमुख ग्रंथी रंजीत सिंह को किसी ने जानकारी दी कि अमृतपाल गुरुद्वारे में आया हुआ है. रंजीत अपने किसी रिश्तेदार के घर जाने की तैयारी कर रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक रंजीत ने बताया कि उन्हें उस वक्त तक अमृतपाल के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की कोई भी जानकारी नहीं थी.

रंजीत ने आगे बताया कि कुछ देर बाद उन्हें सारा मामला पता चल गया. उन्होंने कहा,

“मैंने उस वक्त राहत की सांस ली जब अमृतपाल के साथ आए चार लोगों में से एक ने बताया कि उन्हें कपड़े की जरूरत है, क्योंकि उन्हें एक कार्यक्रम में जाना है. ये बात सुन कर मैं हैरान था, लेकिन मैंने वही किया जो उन लोगों ने कहा. मैंने अपने बेटे के कपड़े लाकर उन्हें दे दिए.”

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अमृतपाल ने इसके बाद रंजीत की पत्नी से एक पैंट लाने की बात कही. रंजीत ने बताया कि अमृतपाल और उसके साथियों ने लगभग 45 मिनट गुरुद्वारे में बिताए थे. उन लोगों ने लंगर भी खाया था. रंजीत ने अमृतपाल और उसके साथियों के बीच हुई बातचीत की भी जानकारी दी. उन्होंने बताया,

“मैंने उन लोगों को फोन पर ‘माहौल’ के बारे में पूछताछ करते भी सुना. लेकिन मुझे उस वक्त अंदाजा नहीं था कि किस बारे में बात हो रही है.”

बाद में अमृतपाल ने रंजीत से पूछा कि क्या वो उनका फोन इस्तेमाल कर सकता है. उन्होंने अखबार को बताया कि जब अमृतपाल जाने लगा तभी उन्होंने अपना फोन मांग लिया था. इस पर खालिस्तानी नेता ने कहा कि वो पास में ही जा रहा है, फोन वापस कर देगा. रंजीत ने आगे कहा कि उन्होंने गांव के चौराहे पर कुछ देर इंतजार किया. जहां अमृतपाल ने कुछ देर बाद लौटा और उनका फोन देकर चला गया.

पुलिस ने ग्रंथी से की पूछताछ

मंगलवार, 21 मार्च को पुलिस रंजीत को पूछताछ के लिए ले गई थी. उन्होंने बताया कि अमृतपाल ब्रेजा कार में आया था. बकौल रंजीत उन्हें बाद में खबर पता चलने के बाद ही ये एहसास हुआ था कि मामला क्या है. रंजीत ने कहा कि वो बहुत डर गए थे. उन्हें लगा कि पुलिस ने उन्हें भी अमृतपाल का साथी ना समझ ले, इस वजह से किसी को जानकारी नहीं दी थी.

रिपोर्ट के मुताबिक चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए पंजाब के IG सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि कई वाहन बदलने और ब्रेजा कार में भागने के बाद अमृतपाल गुरुद्वारा नांगल अंबियन पहुंचा और वहां कपड़े बदले. गिल ने आगे जानकारी दी कि तीन अन्य लोगों ने दो मोटरसाइकिलों पर अमृतपाल को नांगल अंबियन गुरुद्वारे से आगे की ओर भागने में मदद की थी. जानकारी के मुताबिक अमृतपाल भागते वक्त अपना कृपाण वहीं छोड़ गया था.

इससे पहले मंगलवार, 21 मार्च को पुलिस ने अमृतपाल की कुछ तस्वीरें जारी की थीं. पुलिस ने लोगों से उसे पकड़ने में मदद करने की अपील की है.

वीडियो: हाईकोर्ट ने अमृतपाल सिंह पर पंजाब पुलिस को फटकारा, कहानी सुन कहा - हमें भरोसा नहीं!