The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

ट्रेन में बिजली चली गई, लोगों ने TTE को पकड़कर टॉयलेट में बंद कर दिया!

लोगों ने कहा- 'पुलिस में ऐसे लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जानी चाहिए.'

post-main-image
सुहेलदेव एक्सप्रेस में TTE के साथ बदतमीजी (साभार- इंडियन रेल इंफो/वायरल वीडियो स्क्रीनशॉट)

ट्रेन के सफर में आए दिन नई-नई दिक्कतें सामने आती हैं. कभी खाने में कोई कीड़ा निकल आता है, कभी टॉयलेट साफ़ नहीं मिलता, कभी एसी खराब हो जाता है, कभी चद्दर साफ़ नहीं होते हैं. इसी कड़ी में एक नई दिक्कत सामने आई है. बिजली की. 11 अगस्त की शाम सुहेलदेव एक्सप्रेस की दो बोगियों में बिजली चली गई. इस पर यात्रियों को गुस्सा आ गया और इसी पर उन्होंने TTE को टॉयलेट में बंद कर दिया. सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल हो रहा है.

सुहेलदेव एक्सप्रेस दिल्ली के आनंद विहार से शाम 6:45 बजे खुलकर उत्तर प्रदेश के गाजीपुर तक जाती है. ट्रेन आनंद विहार से खुली ही थी कि कुछ देर बाद दो एसी बोगी- बी1 और बी2 में बिजली चली गई. बिजली नहीं थी, तो एसी भी नहीं चल रहा था. शुरुआत में यात्रियों को लगा कि कुछ गड़बड़ी हुई होगी, जल्द ठीक हो जाएगी. पर ऐसा हुआ नहीं. यात्रियों का पारा चढ़ने लगा. उन्होंने ट्रेन टिकट एग्जामिनर (TTE) से सवाल किया, पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. यात्री झल्ला गए.

समाचार एजेंसी पीटीआई के ट्वीट में साफ देखा जा सकता है कि यात्री टीटीई को टॉयलेट में बंद करने के लिए उन्हें अंदर धकेल रहे हैं. वीडियो में एक युवक कह रहा है,

"ये (TTE) कह रहे हैं कि कानपुर से पहले गाड़ी नहीं बन सकती. समस्या कानपुर से पहले ठीक नहीं होगी.'

कुछ लोग सेकंड एसी में जाने की बात कर रहे हैं. वीडियो में दिख रहा है कि 2-3 कर्मचारी बिजली ठीक करने की कोशिश कर रहे हैं. पर बिजली आती नहीं है. पीटीआई ने देर रात एक दूसरे ट्वीट में बताया,

'RPF और रेल अधिकारियों ने यात्रियों को आश्वासन दिया है कि पावर फेल की समस्या जल्द ठीक कर दी जाएगी. ताज़ा जानकारी के मुताबिक, ये ट्रेन टुण्डला पहुंच चुकी है. इंजीनियर्स ने B1 के पावर फेलियर को ठीक कर दिया है. B2 में बिजली लौटाने का काम चल रहा है.'

ट्रेन गाजीपुर पहुंच गई. पर वीडियो वायरल हो गया. बता दें, तकनीकी खराबी के लिए टीटीई को ज़िम्मेदार ठहराना ठीक नहीं होता. वो रेल के वाणिज्यिक विभाग के कर्मचारी होते हैं. बिजली का अलग विभाग है. ट्विटर पर कुछ लोगों के कॉमेंट्स देखिए.

टीटीई पॉवर फेलियर के लिए कैसे ज़िम्मेदार है? उनके साथ ये व्यवहार नहीं होना चाहिए था. पुलिस में ऐसे लोगों के लिए शिकायत दर्ज की जानी चाहिए.

मेरी इन लोगों के साथ पूरी सहानुभूति है, पर टीटीई को बंद कर देना? इसके पीछे की सोच क्या हो सकती है, समझ नहीं आया.

इन बदमाशों पर केस क्यों नहीं किया गया? उस सरकारी कर्मचारी की सुरक्षा का क्या?

बहुत शर्मनाक, गलती कोई और विभाग का, सजा कोई और विभाग. एसी वाले यात्री पढ़े लिखे होते और काम नासमझ वाला. सबसे सस्ता टीटीई ही दिखता है. उस डिब्बे वाले यात्री के ऊपर एफआईआर होनी चाहिए.

अब ये सोचिए. आप ट्रेन में हैं. एसी का टिकट ले रखा है. बोगी में बिजली चली गई. आप क्या करेंगे? हमें कॉमेंट कर बताइए.

वीडियो: वंदे भारत ट्रेन की बोगी से निकलने लगा धुआं, रेलवे को क्या पता चला?