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US घूमने गए एविएशन सेक्रेटरी, एयर इंडिया ने सस्ते में टिकट दिया, फिर बिजनेस क्लास में अपग्रेड भी किया

जब राजीव बंसल से टिकट के कम दामों और अपग्रेड को लेकर पूछा गया तो उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "मैं इतना ही कहूंगा कि पहले एयरलाइन के मालिकों से तथ्यों की पुष्टि करें."

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सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के सचिव राजीव बंसल (फाइल फोटो- PTI)

एयर इंडिया अब सरकारी नहीं है. लेकिन सरकारी अधिकारियों को एयरलाइन्स में 'खास सुविधाएं' मिलनी बंद नहीं हुई हैं. दरअसल, सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के सचिव राजीव बंसल हाल में अमेरिका के दौरे पर गए थे. ये उनकी निजी यात्रा थी. साथ में उनकी पत्नी अपर्णा बंसल भी थीं. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 7 मई को इस यात्रा के लिए उन्होंने एयर इंडिया की इकनॉमी क्लास की टिकट ली थी. जो उन्हें दूसरे यात्रियों के मुकाबले सस्ते दाम पर मिली थी. मामला सिर्फ इतना नहीं है. बोर्डिंग के बाद राजीव बंसल और उनकी पत्नी की सीट को बिजनेस क्लास में अपग्रेड कर दिया गया.

मदद के लिए किया गया ईमेल

राजीव बंसल नागालैंड कैडर के 1988 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. पिछले साल 22 सितंबर को उन्हें सिविल एविएशन सेक्रेटरी नियुक्त किया गया था. उनकी नियुक्ति से एक दिन पहले ही सरकार ने एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की थी. इससे पहले बंसल एयर इंडिया के चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर थे.

रिपोर्ट के मुताबिक, बंसल और उनकी पत्नी 7 मई को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-105 से अमेरिका के न्यू जर्सी के लिए रवाना हुए थे. यात्रा से एक दिन पहले चीफ कमर्शियल ऑफिसर कार्यालय से एक अधिकारी ने एयर इंडिया के कई अधिकारियों को ईमेल भेजा. जिसमें राजीव बंसल और उनकी पत्नी के लिए 'विशेष रूप से मदद करने' और उनकी सीट को बिजनेस क्लास में अपग्रेड करने के लिए कहा गया था.

Air India Four
एयर इंडिया की सांकेतिक तस्वीर

 

अखबार ने लिखा है कि इसके बाद बंसल दंपती की सीट को बिजनेस क्लास में अपग्रेड कर दिया गया. साथ ही उन्हें इकनॉमी क्लास के टिकट भी दूसरे यात्रियों की तुलना में सस्ते दामों पर दिये गये. रिकॉर्ड के मुताबिक, राजीव बंसल की टिकट 1 अप्रैल 2022 को और उनकी पत्नी की टिकट 24 फरवरी 2022 को बुक की गई थी. 24 फरवरी को दूसरे यात्रियों के लिए उस रूट पर राउंड ट्रिप टिकट की कीमत करीब 80 हजार रुपये थी. वहीं 1 अप्रैल के लिए करीब 1 लाख 41 हजार थी. हालांकि सूत्रों ने अखबार से कहा कि बंसल दंपती को टिकट 'काफी कम दाम' पर दिये गए.

राजीव बंसल का जवाब

हालांकि जब राजीव बंसल से टिकट के कम दामों और अपग्रेड को लेकर पूछा गया तो उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "मैं इतना ही कहूंगा कि पहले एयरलाइन के मालिकों से तथ्यों की पुष्टि करें."

पूरे मामले पर एयर इंडिया ने सिर्फ इतना कहा कि अपग्रेड और दूसरी चीजों को लेकर एयरलाइन की एक SOP है. एयरलाइन के कॉरपोरेट अफेयर्स की ईडी अरुणा गोपालकृष्णन ने कहा कि वो व्यक्तिगत मामलों पर टिप्पणी नहीं करतीं.

भारत सरकार ने एयर इंडिया को पिछले साल अक्टूबर में टाटा ग्रुप को बेच दिया था. ये डील 18 हजार करोड़ रुपये में पूरी हुई थी. विनिवेश के समझौते के तहत टाटा ने सरकार को 2700 करोड़ रुपये नकद देने और एयरलाइंस पर बकाया 15 हजार 300 करोड़ रुपये के कर्ज की देनदारी भी स्वीकार की थी. लंबे समय तक कर्ज में रही एयर इंडिया इस साल 26 जनवरी को आधिकारिक तौर पर टाटा सन्स के हवाले कर दी गई.

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