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तेजस्वी सूर्या ने जिस सीट पर अड़कर चुनाव जितवाया, वहां अब किस 'खेल' पर हंगामा?

मात्र 16 वोटों से जीता बीजेपी का प्रत्याशी, अब किस नाम पर छिड़ी जंग?

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कांग्रेस की सौम्या रेड्डी व बीजेपी के सीके राममूर्ति (फोटो- ट्विटर)

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भारी बहुमत के साथ जीत हासिल की है (Karnataka Election Congress win). पार्टी को कुल 136 सीटों पर जीत मिली. वहीं सत्ताधारी बीजेपी 65 सीटों पर सिमट गई. चुनाव के नतीजे आने के बाद से बेंगलुरु की जयानगर विधानसभा सीट चर्चा में है. यहां बीजेपी के सीके राममूर्ति ने 16 वोटों के हल्के अंतर से जीत हासिल की है. लेकिन कांग्रेस की तरफ से आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनके उम्मीदवार को हराने के लिए ठीक उसी के नाम के एक निर्दलीय उम्मीदवार को उतारा गया था.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीटीएम लेआउट के विधायक रामालिंगा रेड्डी की बेटी सौम्या रेड्डी जयानगर से कांग्रेस की उम्मीदवार थीं. रामालिंगा रेड्डी ने आरोप लगाए हैं कि, लोगों को गुमराह करने के लिए बीजेपी ने सौम्या ए रेड्डी नाम की एक उम्मीदवार को चुनाव में उतारा था. सौम्या ए रेड्डी जयानगर सीट से निर्दलीय चुनाव में उतरी थी. 

निर्दलीय उम्मीदवार सौम्या ए रेड्डी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बताया कि वो अनेकाल तालुक में बीजेपी के समर्थन वाली इंदलवाड़ी पंचायत की सदस्य हैं. लेकिन सौम्या ए रेड्डी ने इन आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि वो बीजेपी की किसी भी तरह से मदद नहीं कर रही थीं. सौम्या ए रेड्डी ने कहा,

“मैं विधानसभा चुनाव का अनुभव लेना चाहती थी. मैं यह देखना चाहती थी कि विधानसभा लड़ना कैसा होता है. ये निर्णय मैंने खुद लिया था.”

सौम्या ए रेड्डी ने आगे बताया कि अनेकाल तालुक की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी, इस वजह से वह वहां से चुनाव में नहीं उतर सकती थीं. इस कारण वो जयानगर आ गईं. सौम्या ए ने बताया,

“मुझे पता था मैं जीतूंगी नहीं. मैंने चुनाव के लिए कोई भी प्रचार नहीं किया था, न ही मैं काउंटिंग के दिन वहां गई.”

देर रात तक काउंटिंग, खड़े रहे सूर्या

बता दें कि जयानगर विधानसभा सीट पर 13-14 मई की देर रात तक वोटों की गिनती जारी रही. कांग्रेस की उम्मीदवार सौम्या रेड्डी और बीजेपी के सीके राममूर्ति के बीच ऐसा मुकाबला हुआ, जो बहुत कम देखने को मिलता है. आखिरकार सीके राममूर्ति 16 वोटों से जीत गए. हालांकि ये फैसला कई राउंड की काउंटिंग के बाद हुआ. निर्दलीय उम्मीदवार सौम्या ए रेड्डी को सिर्फ 320 वोट मिले थे.

काउंटिंग के दौरान दोनों पार्टी के कार्यकर्ता काउंटिंग वाली जगह जमा होकर देर रात नारेबाजी करने लगे. BJP सांसद तेजस्वी सूर्या भी वहीं मौजूद थे और समर्थकों का नेतृत्व करते रहे. पहले खबर आई कि सौम्या रेड्डी की जीत की घोषणा हो गई थी. लेकिन बीजेपी ने दोबारा गिनती करवाने की मांग की. कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भी आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग ने रिजल्ट में गड़बड़ी करने की कोशिश की है.

वीडियो: राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव पर जो कहा था, सच हो गया