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"इतनी रात क्यों घूम रहे हो", पुलिसवालों ने कपल से पैसे मांगे, बोले- कैश नहीं है तो Paytm कर दो

पीड़ित ने पूरी कहानी बताई.

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सांकेतिक तस्वीर (फोटो- iStock)

पुलिस की पैट्रोलिंग ड्यूटी लोगों की सुरक्षा के लिए लगाई जाती है. ताकि अपराध को रोका जाए. ये हम सब जानते हैं. लेकिन ड्यूटी पर तैनात पुलिसवाले जब आपसे रंगदारी करने और डराने-धमकाने लगें तो क्या करेंगे, वो भी 'मॉरल पुलिसिंग' के नाम पर. बेंगलुरु में ऐसा ही कुछ हुआ है. दो पुलिस वालों ने रात को अपने घर लौट रहे एक कपल को धमकाया कि रात 11 बजे के बाद सड़क पर घूमने की अनुमति नहीं है. फिर उनसे जबरन पैसे भी वसूल लिए. इस आरोप में दोनों पुलिसकर्मी को सस्पेंड किया गया है.

'1000 रुपये वसूल लिए'

बेंगलुरु के रहने वाले कार्तिक पात्री ने अपने साथ हुई इस घटना को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. 9 दिसंबर को कार्तिक ने ट्विटर थ्रेड में  जो लिखा, उसका लब्लोलुआब यहां हम आपको बता रहे हैं. कार्तिक ने लिखा, 

"एक रात पहले मेरी पत्नी और अपने साथ हुए एक हादसे को शेयर कर रहा हूं. रात के करीब 12:30 बज रहे हैं. मेरी पत्नी और मैं एक दोस्त के घर केक काटने के कार्यक्रम से लौट रहे थे. हम अपनी सोसायटी के गेट से कुछ मीटर ही दूर थे, एक पैट्रोल गाड़ी हमारे पास आकर रुक गई. पुलिस की वर्दी में दो लोगों ने हमें ID कार्ड दिखाने को कहा. हम चौंक गए. सड़क पर टहल रहे एक एडल्ट कपल को आईडी कार्ड क्यों दिखाना चाहिए? हमारे पास फोन और केक के एक डब्बे के अलावा कुछ भी नहीं था. हालांकि हमारे फोन में आधार कार्ड की फोटोज थीं. हमने उन्हें दिखा दिया. इसके बाद अचानक उन्होंने हमारा फोन ले लिया और हमारे रिश्ते, काम, मां-बाप आदि के बारे में सवाल करने लगे."

कार्तिक ने आगे बताया, 

“हमने पूरी विनम्रता से सवालों के जवाब भी दे दिए. फिर उनमें से एक ने चालान बुक जैसा कुछ निकाला और हमारे नाम और आधार नंबर लिखने लगे. हमने जब उनसे पूछा कि आप चालान क्यों काट रहे हैं. तो उन्होंने कहा, 'रात 11 बजे के बाद इस तरह सड़कों पर घूमने की अनुमति नहीं है.' इस बेतुकेपन पर हमने उनसे पूछा कि क्या ऐसा कोई नियम है? हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं है. इस पर उन्होंने जवाब दिया कि आप जैसे पढ़े-लिखे लोगों को इन नियमों के बारे में पता होना चाहिए. रात में फंसे होने के कारण हमने उनसे माफी मांग ली और आश्वासन दिया कि ऐसा दोबारा नहीं होगा. इसके बावजूद उन्होंने हमें जाने नहीं दिया और 3000 रुपये जुर्माना मांगने लगे.”

इसके बाद जो हुआ उससे आप सर पीट लेंगे! कार्तिक और उनकी पत्नी ने दोनों पुलिसवालों को खूब मनाया कि उन्हें जाने दें. लेकिन पुलिस वाले नहीं माने और गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे. कार्तिक ने बताया कि उनकी पत्नी रोने लगी. कार्तिक के मुताबिक, काफी देर बाद एक व्यक्ति (पुलिसवाल) उसे बगल में ले जाकर "कुछ भी" दे देने को कहा ताकि दिक्कत ना हो. तो वे एक हजार रुपये देने को तैयार हो गए. इसके बाद उन्होंने तुरंत पेटीएम QR कोड निकाल लिया. पैसे ले लिए. जाते हुए उन्होंने धमकी भी दी कि कभी आधी रात को सड़क पर घूमते देखे गए तो हमारे खिलाफ केस दर्ज कर देंगे और फिर हम कोर्ट का चक्कर लगाते रहेंगे. 

कार्तिक ने बताया कि उस रात वो सो नहीं पाए और अगले दिन काम नहीं कर पाए. इस पूरी घटना ने उन्हें बुरी तरह डरा दिया. उन्होंने बेंगलुरु पुलिस पर सवाल उठाया, 

"क्या यह आतंकवाद नहीं है, क्या ये कानूनी टॉर्चर नहीं है? क्या अब ईमानदार, कानून को मानने वाले व्यक्ति के साथ इस तरीके का व्यवहार किया जाएगा?"

बेंगलुरु पुलिस का जवाब

कार्तिक के ट्वीट् वायरल हो गए. इसके बाद बेंगलुरु पुलिस ने दोनों पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की. नॉर्थ ईस्ट बेंगलुरु के डीसीपी अनूप शेट्टी ने ट्विटर पर बताया कि ऐसा कोई नियम नहीं है कि लोग रात 11 बजे के बाद सड़क पर नहीं घूम सकते. उन्होंने कार्तिक के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा, 

"इसे हमारे सामने लाने के लिए धन्यवाद. उनकी (आरोपी पुलिसकर्मी) पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. हम दूसरों से भी रिक्वेस्ट करते हैं कि वो ऐसे मामलों में मैसेज करें."

11 दिसंबर को बेंगलुरु पुलिस ने ट्विटर पर बताया कि दोनों आरोपी पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया गया है. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है. बेंगलुरु पुलिस अपने स्टाफ के ऐसे व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करेगी.

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