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7 चुनावी ट्रस्ट को मिला 258 करोड़ का डोनेशन, 212 करोड़ अकेली बीजेपी के पल्ले आया!

कांग्रेस सहित 10 अन्य राजनीतिक पार्टियों को इस दौरान सिर्फ 19.38 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. इनमें एनसीपी, AIADMK, डीएमके, आरजेडी, आम आदमी पार्टी, एलजेपी, सीपीएम, सीपीआई और लोकतांत्रिक जनता दल शामिल हैं.

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बीजेपी और कांग्रेस के झंडे (प्रतीकात्मक तस्वीर- इंडिया टुडे)

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म. ADR नाम ज्यादा चलता है. ये संस्था राजनीतिक दलों को मिलने वाली फंडिंग पर नजर रखती है. ADR ने चुनावी चंदे को लेकर एक नई रिपोर्ट आई है. इसके मुताबिक सात चुनावी ट्रस्टों को वित्त वर्ष 2020-21 में कॉरपोरेट और व्यक्तिगत चंदे से 258.49 करोड़ रुपये मिले हैं. और इन फंड्स का 82 फीसदी से ज्यादा हिस्सा बीजेपी के पल्ले आया है.

चुनावी ट्रस्ट गैर-लाभकारी संस्था होते हैं. ये कॉरपोरेट और व्यक्तिगत रूप से मिले डोनेशन को राजनीतिक दलों को उपलब्ध कराते हैं. कहा जाता है कि इस व्यवस्था का उद्देश्य चुनावी फंडिंग में पारदर्शिता लाना है. खैर, ADR ने गुरुवार, 21 अप्रैल को ये रिपोर्ट जारी की. इसके अनुसार, कुल 23 चुनावी ट्रस्ट में से 16 ने डोनेशन की रिपोर्ट को जमा किया है. इनमें से 7 ट्रस्ट ने कुल मिले चंदे और इनमें से कुल दान की गई राशि की जानकारी दी. वहीं वार्षिक रिपोर्ट जमा करने वाले 16 चुनावी ट्रस्टों में से 9 ने घोषणा की है कि उन्हें कोई दान नहीं मिला है.

कांग्रेस सहित 10 दलों को सिर्फ 19 करोड़ मिले

ADR की रिपोर्ट में कहा गया है,

"वित्त वर्ष 2020-21 में 7 चुनावी ट्रस्ट ने कॉरपोरेट और व्यक्तिगत रूप से 258.49 करोड़ रुपये प्राप्त किए. इनमें 258.43 करोड़ रुपये (99.97 फीसदी) अलग-अलग राजनीतिक दलों को दिए गए. इसमें बीजेपी को सबसे ज्यादा 212.05 करोड़ रुपये मिले, जो कुल फंड का करीब 82 फीसदी है. वहीं जेडीयू को 27 करोड़ रुपये (10.45 फीसदी) मिले हैं."

वहीं कांग्रेस सहित 10 अन्य राजनीतिक पार्टियों को इस दौरान सिर्फ 19.38 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. इनमें कांग्रेस के अलावा एनसीपी, AIADMK, डीएमके, आरजेडी, आम आदमी पार्टी, एलजेपी, सीपीएम, सीपीआई और लोकतांत्रिक जनता दल शामिल हैं.

केंद्र सरकार के नियमों के मुताबिक, चुनावी ट्रस्टों को किसी वित्तीय वर्ष में मिले कुल डोनेशन का कम से कम 95 फीसदी वितरित करना जरूरी है. इसमें पिछले वित्त वर्ष से बचा सरप्लस भी हो सकता है. ADR हर साल चुनावी ट्रस्ट को मिले चंदे और राजनीतिक दलों को मिलने वाले हिस्से का विश्लेषण करता है.

किसने दिया सबसे ज्यादा चंदा?

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज ने सबसे ज्यादा 100 करोड़ रुपये का दान दिया. इसके बाद हल्दिया एनर्जी इंडिया लिमिटेड ने 25 करोड़ रुपये और मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड ने 22 करोड़ रुपये का चंदा दिया है. रिपोर्ट कहती है कि वित्त वर्ष साल 2020-21 में सिर्फ 159 लोगों ने चुनावी ट्रस्ट को डोनेट किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ 10 डोनर्स ने ही चुनावी ट्रस्टों को 223 करोड़ रुपये का दान दिया. एडीआर ने बताया है कि सबसे ज्यादा 245.72 करोड़ रुपये का डोनेशन प्रूडेंट चुनावी ट्रस्ट को मिला है. इस ट्रस्ट ने बीजेपी को 209 करोड़ रुपये का दान दिया है. इससे पहले वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान प्रूडेंट ट्रस्ट ने बीजेपी को 217 करोड़ रुपये का दान दिया था.

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