जम्मू-कश्मीर का उधमपुर जिला बसों में हो रहे धमाकों से दहल गया है. बुधवार, 28 सितंबर की रात और गुरुवार 29 सितंबर की सुबह के बीच उधमपुर में दो बम धमाके हुए हैं. दोनों ही हमलों के लिए शहर में खड़ी बसों को निशाना बनाया गया है. किसी को समझ नहीं आ रहा है कि ये हमले किसने और किस मकसद से किए हैं. हमलावरों ने खाली बसों में बम फिट किए थे. लिहाजा इसे आतंकी घटना भी नहीं कहा जा रहा है. ऐसे में इन ब्लास्ट को रहस्यमय कहा जा रहा है.
उधमपुर में खड़ी बसों में एक के बाद एक रहस्यमय ब्लास्ट, ये Video दहला देगा!
किसी को नहीं पता कि खड़ी बसों में कौन बम लगा गया.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक पहला धमाका बुधवार रात पौने 11 बजे के आसपास उधमपुर के दोमाइल चौक पर खड़ी बस में हुआ. इस हमले की वजह पता नहीं चल पाई है. वहीं दूसरा ब्लास्ट गुरुवार सुबह छह बजे जिले के पुराना बस स्टैंड पर खड़ी बस में हुआ. दोनों ही बम धमाकों में किसी के मारे जाने की जानकारी नहीं है. हालांकि पहले धमाके में दो लोग घायल हुए हैं.
उधमपुर जिला जम्मू डिविजन के तहत आता है. गुरुवार को हुए ब्लास्ट के बाद जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) मुकेश सिंह ने बताया कि धमाके में बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है. ADGP ने कहा कि इस धमाके में किसी को चोट नहीं आई है. हमले की वजह भी फिलहाल साफ नहीं है. पुलिस ने दोनों घटनाओं की जांच शुरू कर दी है.
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बताया है कि उधमपुर के इन दोनों इलाकों (दोमाइल चौक और पुराना बस स्टैंड) के बीच की दूरी चार किलोमीटर की है. पुराना बस स्टैंड के पास धमाका होने की खबर मिलने के बाद सुरक्षा बल डॉग स्क्वाड के साथ वहां पहुंच गए. घटनास्थल से आ रही तस्वीरों और वीडियो में बॉम डिस्पोजल स्क्वाड (Bomb Disposal Squad) बस की जांच करता दिख रहा है. सुरक्षा बल ये पता लगाने की कोशिश में हैं कि बस स्टैंड पर खड़ी बाकी बसों में तो बम नहीं लगा हुआ है. इस काम में कुत्तों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.
इस बीच उधमपुर के डीआईजी ने बताया है कि पहले धमाके में जख्मी हुए दोनों पीड़ित खतरे से बाहर हैं.
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