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नाबालिग पहलवान ने बयान बदला, पिता ने कौन से फोन कॉल की बात बता दी?

बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाने वाली नाबालिग पहलवान के पिता ने नया खुलासा किया है

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बृजभूषण शरण सिंह को बदले बयान से राहत मिली है | फाइल फोटो: आजतक

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को यौन उत्पीड़न के मामले में बड़ी राहत मिली है. यौन शोषण का केस दर्ज कराने वाली नाबालिग महिला पहलवान ने अपना बयान बदल दिया है. अपने पहले बयान में जहां उन्होंने बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, वहीं अब बदले बयान में कुश्ती संघ के अध्यक्ष पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है.

पिता ने क्या बताया?

आजतक से जुड़ीं श्रेया चटर्जी के मुताबिक नाबालिग महिला पहलवान के पिता ने फोन पर हुई बातचीत में बताया,

मेरी बेटी ने 164 के तहत दिए गए अपने पुराने बयान को बदल दिया है. बृजभूषण सिंह पर पहले उसने जो यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे, वह नए बयान में नहीं है. मैं इस वक्त परेशान हूं और चाहता हूं कि मेरे परिवार को अकेला छोड़ दिया जाए.

महिला पहलवान के पिता ने आगे कहा,

केस गुस्से में आकर किया था. तब बृजभूषण और भारतीय कुश्ती संघ (WFI) ने एशियाई चैंपियनशिप की चयन प्रक्रिया में पक्षपातपूर्ण फैसले लिए थे. इससे बेटी प्रभावित हुई थी. महिला पहलवान के पिता ने यह भी कहा कि जब पहलवान शुरू में विरोध पर बैठे तो शिकायत गुस्से के चलते की गई थी, क्योंकि उन्हें अब भी लगता है कि चयन प्रक्रिया में उनकी बेटी के साथ गलत व्यवहार हुआ था.

किस फोन कॉल की बात बताई? 

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक नाबालिग लड़की के पिता ने ये भी कहा,

केस करने के बाद मुझे धमकी भरे फोन आए थे, लेकिन मैं उनका नाम नहीं बताऊंगा. मैंने अपनी बेटी का खर्च उठाने के लिए अपना घर बेच दिया था. अब मैंने बिना किसी के प्रभाव में आकर अपना बयान दोबारा दर्ज कराया है.

केस वापस नहीं लेने पर उन्होंने कहा कि फिलहाल उन्होंने केस तो वापस नहीं लिया है, लेकिन बयान नए सिरे से रिकॉर्ड कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि बेटी के प्रमाणपत्रों से कोई भी छेड़छाड़ नहीं की गई है, उनकी बेटी नाबालिग है.

पहले क्या केस दर्ज हुआ था?

प्रदर्शनकारी पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. सात महिला पहलवानों की याचिका पर सुप्रीम ने आदेश दिया था, जिसके बाद बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज हुई. पीड़ित पहलवानों में एक नाबालिग लड़की थी. ऐसे में POCSO के तहत भी मामला दर्ज हुआ.

FIR में नाबालिग लड़की के पिता ने आरोप लगाया था कि बृजभूषण शरण सिंह ने उनकी बेटी को जबरन अपनी ओर खींचा और उसका यौन उत्पीड़न किया. पिता का कहना था कि इस घटना के बाद बेटी बहुत परेशान हो गई और धीरे-धीरे उसकी तबीयत खराब होने लगी. FIR के मुताबिक, 'बृजभूषण ने ये कहा था कि आप मेरा समर्थन करें, मैं आपका समर्थन करूंगा. मेरे संपर्क में रहो."

इसके बाद नाबालिग ने बयान बदल दिया. 2 जून को नाबालिग पहलवान का बयान पटियाला हाउस कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने रिकॉर्ड किया गया. फिर सीलबंद लिफाफे में राउज एवेन्यू कोर्ट को ये बयान भेजा गया. कोर्ट में बयान के वक्त नाबालिग पहलवान के साथ उसके पिता और दादा दोनों मौजूद थे. आजतक ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि नाबालिग महिला पहलवान ने कोर्ट में कहा है कि उनके साथ भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने कभी यौन शोषण नहीं किया है.

सरकार ने दिया 15 दिन का समय

बुधवार, 7 जून को प्रदर्शनकारी पहलवान केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिले थे. इन्होंने सरकार के सामने बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी सहित 5 मांगें रखीं. इन मांगों के लिए सरकार ने आंदोलनकारी पहलवानों को 15 जून तक का समय दिया है. पहलवानों को भाजपा सांसद बृजभूषण की गिरफ्तारी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है.

वीडियो: सुर्खियां: पहलवानों और अनुराग ठाकुर की बैठक में क्या हुआ?