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बुलंदशहर के मंदिरों में कई मूर्तियां तोड़ने के आरोपी पकड़े गए, पुलिस ने सबके नाम बताए

आरोपियों ने हिंदू देवताओं की मूर्तियां तोड़ने की जो वजह बताई वो बहुत दिलचस्प है.

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पुलिस की गिरफ्त में घटना के आरोपी. (फोटो सोर्स- ट्विटर )

उत्तर प्रदेश का बुलंदशहर जिला. हाल में यहां के बराल नाम के गांव में चार मंदिरों में कई मूर्तियां तोड़ दी गई थीं. उसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने हंगामा किया था. पुलिस ने दो समुदायों के बीच रंजिश को बढ़ावा देने सहित कई और धाराओं में मामला दर्ज किया था. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस घटना को सांप्रदायिक नजरिए से देखा और पेश किया. लेकिन अब पुलिस ने घटना के 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके नाम बताए हैं- हरीश, अजय, शिवम और केशव हैं.

पूरा मामला क्या है?

आजतक से जुड़े अमित भारद्वाज की खबर के मुताबिक, बीती 1 जून को बराल गांव के एक शिव मंदिर में एक शिवलिंग तोड़ दिया गया जिसे ‘130 साल पुराना’ बताया जाता है. हनुमान की प्रतिमा भी तोड़ी गई. पास के शनि मंदिर में भी देवी-देवताओं की मूर्तियों को निशाना बनाया गया. इसके अलावा गांव के ही दुर्गा मंदिर और गोरखनाथ मंदिर में भी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया.

गांव के लोगों को घटना की जानकारी सुबह हुई. इसके बाद बवाल बढ़ना तय था. उसे देखते हुए पुलिस ने गांव में भारी पुलिस फ़ोर्स तैनात की. घटना की जांच के लिए 5 टीमें बनाई गईं. और दो समुदायों के बीच रंजिश को बढ़ावा देने की नीयत से किए जाने वाले अपराध सहित अन्य कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया. शहर के SP एसएन तिवारी ने कहा कि अगर जांच के दौरान जरूरी लगता है तो FIR में राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून (NSA) की धारा भी जोड़ देंगे.

उधर सोशल मीडिया पर मामला सांप्रदायिक हो चुका था. कई आम लोगों के साथ कुछ चर्चित व्यक्तियों ने भी इस घटना को मुस्लिमों से जोड़कर बयानबाजी की थी. इसकी एक बानगी देखिए.

इस काम में नेता भी पीछे नहीं रहे. त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP से राज्यसभा सांसद बिप्लब कुमार देब ने राहुल गांधी के एक पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट लेकर सियासी कॉमेंट किया. राहुल गांधी के ट्वीट में त्रिपुरा के मुसलमानों पर कथित क्रूरता की बात कही गई थी. उसी पर बीजेपी नेता ने कहा कि जो लोग (मतलब राहुल गांधी) त्रिपुरा में मस्जिद टूटने की 'झूठी खबर' को देश दुनिया में फैलाकर राज्य को बदनाम करने में जुटे थे, वो बुलंदशहर में मूर्तियों के टूटने की घटना पर मौन क्यों हैं.

हालांकि अब हैरान करने वाली सच्चाई सामने आई है. पुलिस ने जिन हिंदू भगवानों की मूर्तियों को तोड़ने के आरोप में जिन लोगों को धरा है वे हिंदू समुदाय के हैं. मुख्य आरोपी का नाम हरीश उर्फ़ ईलू है. वो बराल गांव का ही रहने वाला है. पुलिस के मुताबिक ईलू और अन्य आरोपियों अजय, शिवम और केशव ने पूछताछ में बताया है कि मूर्तियां तोड़ने के पीछे उनका कोई ख़ास मकसद नहीं था, ये वारदात उन्होंने शराब के नशे में कर दी.

वहीं इलाके के SSP श्लोक कुमार ने बताया कि घटना की जांच के लिए पुलिस की टीमों ने CCTV, फॉरेंसिक सबूत और लोगों से पूछताछ कर आरोपियों को पकड़ा है. उनके मुताबिक इन लोगों ने पहले हरीश के घर पर शराब पी. उसके बाद घटना को अंजाम दिया. मूर्तियां तोड़ने के लिए इस्तेमाल किया गया लोहे का सब्बल भी बरामद कर लिया गया है. श्लोक कुमार के मुताबिक, शराब के नशे में युवकों को मूर्ति तोड़ने की धुन सवार हो गई.

पुलिस का ये भी कहना है कि घटना में और लोग भी शामिल हो सकते हैं. इसकी जांच की जा रही है. सब्बल की फॉरेंसिक जांच होगी. जिससे साबित होगा कि यही युवक घटना में शामिल थे. फिलवक्त गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.