रेल सफर को सुरक्षित बनाने के लिए साल 2017 में एक लाख करोड़ रुपये के फंड से ‘राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष’ (RRSK) बनाया गया था. इन पैसों से होनी थी पटरी की मरम्मत, बनने थे सुरक्षित क्रॉसिंग और आने थे नई तकनीक के कोच. मगर खरीदा क्या गया? बर्तन, फर्नीचर और फुट मसाजर! जी हां, ये खुलासा हुआ है CAG की ऑडिट रिपोर्ट में. CAG ने 2017-18 से लेकर 2020-21 के दौरान इस फंड के इस्तेमाल पर 2022 में यह रिपोर्ट तैयार की थी.
Odisha Rail Accident के बाद आई CAG रिपोर्ट हैरान कर देगी, रेल सुरक्षा के पैसे से खुला खिलवाड़ हुआ!
ओडिशा ट्रेन हादसे के बाद रेल सुरक्षा को लेकर उठते सवालों के बीच CAG की ऑडिट रिपोर्ट ने चिंता और बढ़ा दी है.