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कनाडा में ऐसी आग लगी, नजारा देख न्यूयॉर्क तक में लोगों की आंखें फटी रह गईं!

कनाडा के जंगलों में लगी आग से दुनिया परेशान. 20 हजार से ज्य़ादा लोग विस्थापित हो चुके हैं.

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कनाडा के जंगलों में आग (फोटो- ट्विटर)

अलबर्टा, सस्केचेवान और मैनिटोबा. ये तीनों कनाडा के जंगलों के नाम हैं. तीनों में इस वक्त भीषण आग लगी हुई है. इस आग (Canada Wildfire) का असर अब अमेरिका के शहरों में भी देखने को मिल रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लगभग 38 लाख हेक्टेयर का इलाका पूरी तरह से झुलस चुका है. ऐसे में इस आग का क्या असर हो रहा है. कारण क्या है, सारा कुछ समझते हैं.

आखिर आग का कारण क्या है?

कनाडा के जंगलों में लगी आग के पीछे का सबसे बड़ा कारण क्लाइमेट चेंज बताया जा रहा है. सीबीएस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा और उत्तरी अमेरिका में रिकॉर्डतोड़ गर्मी पड़ रही है. इसके साथ ही देश में सूखे के हालात भी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक मई महीने के आखिर में कनाडा के लिटॉन में अब तक का सबसे ज्यादा तापमान रिकॉर्ड किया गया. 49.6 डिग्री. यानी 121 डिग्री फारेनहाइट. ये पिछले सबसे गर्म दिन 113 डिग्री फारेनहाइट से 8 डिग्री ज्यादा था.

कनाडा ड्रॉट मॉनिटर के मुताबिक कनाडा के 10 राज्य इस वक्त असामान्य सूखे से गुजर रहे हैं. यही वजह है कि कनाडा के जंगलों में आग तेजी से फैल रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल लगी आग पिछले दस सालों के औसत से 13 गुना ज्यादा भयावह है.

जंगलों में लगी आग का क्या असर है?

कनाडा के जंगलों में लगी आग का असर अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर तक जा पहुंचा है. क्यूबेक के जंगलों में लगी आग से न्यूयॉर्क में प्रदूषण फैल गया है. शहर में वायु की गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है. IQair के मुताबिक न्यूयॉर्क शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 6 जून की शाम 200 से अधिक दर्ज किया गया. बताया गया कि नई दिल्ली के बाद न्यूयॉर्क शहर में वायु प्रदूषण का दूसरा सबसे खराब स्तर दर्ज किया गया था. 6 जून की सुबह न्यूयॉर्क कुछ देर के लिए दुनिया का सबसे खराब वायु गुणवत्ता वाला शहर बन गया था.

CNN में छपी रिपोर्ट के मुताबिक इस हफ्ते क्यूबेक में कम से कम 150 से अधिक जगहों पर आग लगी है. इसको देखते हुए पूर्वोत्तर और मिडवेस्ट के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता अलर्ट जारी किया गया है. कनाडा के जंगलों की आग के चलते अब तक 20 हजार से ज्य़ादा लोग विस्थापित हो चुके हैं. आग से फैले प्रदूषण के कारण धुंध की पीले रंग की मोटी चादर ने मैनहैटन की इमारतों को ढक लिया है. इसके चलते कई उड़ानों में देरी हुई और कई आयोजनों को भी स्थगित करना पड़ा.

सरकारें क्या कर रही हैं?

कनाडा में लगी आग को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 7 जून को जस्टिन ट्रूडो से बात की. उन्होंने कहा कि वो इस ऐतिहासिक और विनाशकारी जंगल की आग से निपटने के लिए कनाडा को अतिरिक्त सहायता प्रदान करेंगे. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बाइडन की इस पेशकश का शुक्रिया अदा किया और कहा कि सैकड़ों अमेरिकी फायर फाइटर कनाडा आ रहे हैं. ट्रूडो ने कनाडा में लगी आग के पीछे जलवायु परिवर्तन की बात कही और इसे सुधारने के लिए कदम उठाने का आग्रह भी किया.     

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