छत्तीसगढ़ पुलिस का एक वीडियो वायरल रहा है. पुलिस वाले कुछ महिलाओं के साथ मारपीट कर रहे हैं. एक महिला का बाल खींचा जाता है. महिला गिर जाती है, उसके बाद भी पुलिस वाले उसे लात मारते हैं. वीडियो छत्तीसगढ़ के सूरजपुर का है. जहां पुलिस की टीम कथित रूप से अतिक्रमण हटाने गई थी. कुछ महिलाओं ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध किया था. इसके बाद पुलिस वाले मारपीट करने लगे.
इंडिया टुडे से जुड़ीं सूमी राजप्पन की रिपोर्ट के मुताबिक, सूरजपुर के तिलसिवा गांव में कुछ लोगों ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रखा था. इसी अतिक्रमण को हटाने पुलिस और राजस्व अधिकारी गांव में पहुंचे थे. कार्रवाई शुरू होते ही गांव वालों ने विरोध करना शुरू कर दिया. इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं. जब पुलिस की सख्ती के बाद महिलाओं ने विरोध नहीं रोका तो पुलिस वाले उन्हें गाड़ी में बिठाने लगे.
इसके बाद, पुलिस वाले महिलाओं को जबरदस्ती पुलिस जीप की तरफ खींचते हैं. जब महिलाएं विरोध करती हैं तो उन्हें धक्का दिया जाता है. इसी दौरान एक पुलिसकर्मी जमीन पर गिर पड़ी महिला को पैर से मारता है. जब वो महिला उठती है तो उसका बाल खींचा जाता है. महिला का बाल खींचने वाला पुलिसकर्मी हेड कॉन्स्टेबल है.
वहीं, इस घटना पर सूरजपुर के एसपी रामकृष्ण साहू ने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है. हालांकि ASP मधुलिका शर्मा ने दावा किया कि स्थानीय लोगों ने राजस्व अधिकारियों पर हमला किया था. इसकी जांच की जा रही है.
BJP नेताओं ने इस वीडियो को शेयर सरकार की आलोचना की है. छत्तीसगढ़ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने ट्विटर पर सवाल उठाते हुए लिखा,
"भूपेश बघेल जी! अगर ये पुलिस है तो गुंडे कैसे होते होंगे? "राजकुमारी के लिए गुलाब के फूल, और छत्तीसगढ़ की बेटियों को लात घूंसे?" "गढ़ा गिस नवा छत्तीसगढ़?" ये कांग्रेस सरकार ने मातृशक्ति पर नहीं, छत्तीसगढ़ महतारी की अस्मिता पर चोट पहुंचाई है."
बीजेपी विधायक ने नितिन नवीन ने ट्वीट किया,
"लड़की हूं लड़ सकती हूं' का नारा देने वाली कांग्रेस पार्टी के राज में छत्तीसगढ़ की बहन बेटियों के साथ कैसा दुर्व्यहार किया जा रहा है, उसे आप इन तस्वीरों में साफ देख सकते है, कैसे उन्हें बाल पकड़ कर घसीटा जा रहा है और लातों से मारा जा रहा है. भूपेश जी, समय आने दीजिए, छत्तीसगढ़ महतारी- बहन आपके इस तानाशाही और अत्याचार का माकूल जवाब जरूर देंगी. न कुछ भूले हैं, न भूलेंगे."
महिलाओं के साथ मारपीट करने वाले पुलिस वालों के खिलाफ अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. वीडियो को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से भी कोई जवाब नहीं आया है.