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अदालत की कार्यवाही चल रही थी, CJI चंद्रचूड़ ने वकील को बुरी तरह डांट दिया

वकील की हरकत देख CJI को गुस्सा आ गया.

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कोर्ट में CJI को वकील की बात पर नाराज़ हो गए. (फोटो: आजतक)

CJI DY Chandrachud एक बार फिर चर्चा में हैं. उन्होंने कोर्ट रूम में ही एक वकील को डांट दिया. उन्होंने वकील को कहा कि महिलाओं के लिए सम्मान दिखाइए.

बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक एक वकील कोर्ट में अपने केस को मेंशन कर रहा था. एक महिला उसके आगे थी. वकील ने उससे माइक लेने की कोशिश की. लेकिन इस दौरान उसने महिला को असहज कर देने की स्थिति पैदा कर दी. सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने इस पर नाराज़गी जताते हुए कहा, 

‘आप क्या कर रहे हैं? आपके सामने एक महिला है. कुछ सम्मान दिखाइए. क्या आपका अपने घर और बाहर ऐसा व्यवहार रहता है? आप माइक लेने के लिए उसको अपने हाथों से घेर लेंगे. वापस जाइए और कल आना. कुछ सम्मान दिखाइए.’

चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ इससे पहले भी महिलाओं के प्रति अपने संवेदनशीलता बररते रहे हैं. ऐसा ना सिर्फ उनके व्यवहार बल्कि उनके अदालती फैसलों में भी नजर आता है.सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2022 में अबॉर्शन को लेकर एक बड़ा फैसला दिया था. कोर्ट ने कहा था कि सभी महिलाएं सुरक्षित और लीगल अबॉर्शन कराने की हकदार हैं. चाहे वो शादीशुदा हों या अविवाहित. इस बेंच की अगुवाई जस्टिस चंद्रचूड़ ही कर रहे थे. बेंच ने संविधान के अनुच्छेद-14 का हवाला देते हुए कहा था कि अविवाहित महिलाओं को गर्भपात कराने के नियमों से बाहर रखना असंवैधानिक है. फैसले के बाद अविवाहित महिलाओं को भी 24 हफ्ते तक की प्रेग्नेंसी को खत्म कराने का अधिकार मिल गया.

सितंबर 2018 में सुप्रीम कोर्ट ने केरल के सबरीमाला मंदिर में सभी महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी थी. पहले मंदिर में 10 से 50 साल की महिलाओं का जाना मना था. कोर्ट की बेंच में जस्टिस चंद्रचूड़ भी थे. बेंच ने कहा था कि महिलाओं को पूजा से रोकने से उनकी गरिमा को ठेस पहुंचती है. सालों से चले आ रहे पितृसत्तात्मक नियम बदले जाने चाहिए. 5 जजों की इस बेंच में एकमात्र जज जस्टिस इंदू मल्होत्रा ने असहमति जताई थी. जस्टिस इंदू ने कहा था कि कोर्ट को धार्मिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए.
 

वीडियो: लिव-इन का मुद्दा ले सुप्रीम कोर्ट पहुंचे वकील से बोले CJI- रुको, जुर्माना लगाते हैं!