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सिद्धा-डीके को समझा पाए, तो तीसरे नेता नाराज, बोले- 'कम से कम डिप्टी CM ही बना देते'

कर्नाटक में अब मुख्यमंत्री के तीसरे दावेदार ने क्या बोल दिया?

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जी परमेश्वर (बाएं) ने आलाकमान के फैसले पर नाराजगी जता दी है | फाइल फोटो: आजतक/PTI

किस्सा कुर्सी का. कमबख्त खत्म ही नहीं होता. कर्नाटक में सीएम की कुर्सी को लेकर चार दिन मान-मनौव्वल हुई, फिर डीके शिवकुमार जाकर माने. यानी सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच घमासान खत्म हो गया है. लेकिन, गुरूवार, 18 मई को जैसे ही कांग्रेस ने इसका ऐलान किया, कुछ देर बाद एक और खबर आ गई. जिससे एक नए बवाल की आहट सुनाई देने लगी. कर्नाटक में कांग्रेस के एक और नेता हैं जी परमेश्वर(G Parameshwara). कर्नाटक के पूर्व डिप्टी सीएम रह चुके हैं. उनतक जब डीके और सिद्धा के पैचअप वाली खबर पहुंची तो उन्होंने इस फॉर्मूले पर सवाल उठा दिए हैं.

सिद्धारमैया की ही पिछली सरकार में डिप्टी सीएम रहे जी परमेश्वर ने आलाकमान के फैसले पर नाराजगी जताते हुए आगे कहा,

'कर्नाटक में दलित सीएम की डिमांड काफी ज्यादा थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. इससे दलित समुदाय आहत हुआ है. मैं भी सरकार चला सकता था. अगर सीएम नहीं तो कम से कम मुझे डिप्टी सीएम तो बनाना चाहिए था.'

मुझे CM बनाओ- G Parameshwara

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वर ने दो रोज पहले भी इस मामले में अपनी टांग अड़ाई थी. उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस आलाकमान उन्हें सीएम पद ऑफर करेगा तो वो इसे स्वीकार कर लेंगे.

इंडिया टुडे से जुड़े अनागा की रिपोर्ट के मुताबिक जी परमेश्वर का कहना था,

"मैं ऐसा नेता हूं जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में विश्वास रखता है. मेरे कुछ सिद्धांत हैं. मैं भी अपनी तरफ से 50 विधायक लाकर दिखा सकता हूं. लेकिन पार्टी के सिद्धांत मेरे लिए ज्यादा अहम हैं. मैंने पहले ही कहा है कि अगर हाई कमान मुझे ये मौका देगा तो मैं इसे स्वीकार करूंगा. मैंने नहीं कहा कि मैं इसे अस्वीकार कर दूंगा. पार्टी आलाकमान भी ये बात जानता है."

जी परमेश्वर ने आगे कहा,

"मैंने पिछले 8 सालों में काफी मेहनत की है. उपमुख्यमंत्री के तौर पर भी काम किया है. वे सब जानते हैं. मैं क्यों बार-बार ऐसा कहूं? मुझे इसके लिए अपने पक्ष में माहौल बनाने की जरूरत नहीं है. इसका मतलब ये नहीं है कि मैं अयोग्य हूं."

जी परमेश्वर के मुताबिक कांग्रेस नेतृत्व पार्टी के लिए किए गए उनके कामों के बारे में जानता है, इसलिए उन्हें सीएम पद की दावेदारी करने के लिए किसी तरह की लॉबिंग करने की जरूरत नहीं है.

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