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साइरस मिस्त्री के अंतिम संस्कार में पहुंचे बहुत लोग, नहीं आए रतन टाटा

साइरस मिस्त्री के अंतिम संस्कार में उद्योगपति अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी भी शामिल हुए.

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रतन टाटा के साथ साइरस मिस्त्री (फाइल फोटो- PTI)

टाटा सन्स के पूर्व प्रमुख साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry) का 6 सितंबर को मुंबई के वर्ली श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. उनके अंतिम संस्कार में मिस्त्री परिवार के अलावा शापोरजी पालोनजी ग्रुप (SP Group) के कई कर्मचारी भी पहुंचे. पारसी समुदाय से आने वाले साइरस का अंतिम संस्कार पारंपरिक रीति-रिवाजों को छोड़कर श्मशान घाट में किया गया. टाटा ग्रुप के सर्वेसर्वा रतन टाटा (Ratan Tata) उनके अंतिम संस्कार में नहीं पहुंचे. रतन टाटा ने अबतक साइरस के निधन पर सार्वजनिक रूप से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी है.

अंतिम संस्कार में पहुंचीं सिमोन टाटा (फोटो- PTI)

हालांकि, रतन टाटा की सौतेली मां सिमोन टाटा वर्ली श्मशान घाट पहुंचीं. उद्योगपति अनिल अंबानी, मुकेश अंबानी के बेटे आकाश अंबानी, NCP सांसद सुप्रिया सुले, पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा, फिल्म प्रोड्यूसर रॉनी स्क्रूवाला, HDFC के चेयरपर्सन दीपक पारेख समेत कई बिजनेसपर्सन और नेता अंतिम संस्कार में शामिल हुए.

साइरस मिस्त्री के अंतिम संस्कार में पहुंचे अनिल अबानी (फोटो- पीटीआई) 

बीते 4 सितंबर को महाराष्ट्र के पालघर में साइरस मिस्त्री की कार एक्सीडेंट में मौत हुई थी. शुरुआती जांच में सामने आया है कि गाड़ी की रफ्तार ज्यादा थी. अचानक उनकी कार (मर्सिडीज GLC) बेकाबू हुई और डिवाइडर से टकरा गई. इस हादसे में उनके दोस्त और KPMG ग्लोबल स्ट्रैटजी ग्रुप के डायरेक्टर जहांगीर पंडोले की भी मौत हुई थी. पंडोले भी पारसी समुदाय से आते हैं और उनका अंतिम संस्कार पारसी परंपरा के मुताबिक ही हुआ.

वर्ली श्मशान घाट में सैकड़ों लोग पहुंचे (फोटो- इंडिया टुडे)

हादसे के वक्त साइरस और जहांगीर कार की पिछली सीट पर बैठे थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि दोनों के सिर में और शरीर के अंदरुनी हिस्सों में गंभीर चोट आई थी. इसलिए एक्सीडेंट के तुरंत बाद उनकी मौत हो गई थी. सिर में चोट की वजह से काफी ज्यादा खून बह गया था.

फोटो- ANI

साइरस मिस्त्री 54 साल के थे. पारसी समुदाय से आने वाले साइरस उद्योगपति पालोनजी शापोरजी मिस्त्री के सबसे छोटे बेटे थे. इसी साल 28 जून को साइरस के पिता का भी निधन हुआ था. पालोनजी मिस्त्री के निधन के वक्त उनकी कंपनी की नेट वर्थ 2 लाख 31 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा थी.

फोटो: ANI

साल 2012 में साइरस टाटा सन्स के चेयरपर्सन बने थे. उनके कमान संभालने के बाद से ही रतन टाटा के साथ मामला बिगड़ गया. साल 2016 में मिस्त्री को चेयरपर्सन पद से हटा दिया था. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने साइरस मिस्त्री को हटाए जाने को सही ठहराया था.

दी लल्लनटॉप शो: हादसे के समय कार में पीछे बैठे थे साइरस मिस्त्री, फिर किस कारण से हुई मौत?