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दिल्ली हिंसा से पहले और उसके बाद क्या-क्या बोला BJP नेता कपिल मिश्रा ने?

'शांति की अपील' में भी एक ठंडी धमकी सुनाई दे रही है.

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कहने वाले ये भी कह रहे हैं कि अगर कपिल मिश्रा जाफराबाद ना गए होते तो ये हिंसा ना भड़कती (तस्वीर ANI)

24 फरवरी, 2020. दिन सोमवार. नागरिकता क़ानून में बदलाव को लेकर दिल्ली के जाफराबाद में विरोध प्रदर्शन चल रहा था. इसी बीच जाफराबाद से हिंसा की ख़बरें आने लगीं. जाफराबाद से शुरू होकर हिंसा नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के लगभग 10 ज़िलों तक पहुंच गई. दिल्ली पुलिस के एक जवान समेत चार नागरिकों की मौत हुई. दिल्ली पुलिस ने कई ज़िलों में धारा 144 लगा दी.

वेलकम मेट्रो स्टेशन समेत नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में आने वाले कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए. अगली जानकारी तक जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जोहरी एन्क्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास बंद कर दिए गए हैं.

इन सब के बीच बीजेपी नेता कपिल मिश्रा पर हिंसा भड़काने के आरोप लगे. कपिल मिश्रा के ख़िलाफ़ बाक़ायदा हिंसा भड़काने की शिकायत हुई. शिकायत में कहा गया कि कपिल मिश्रा ने सुनियोजित तरीके से हिंसा भड़काने के लिए ट्वीट किए और भीड़ में भड़काऊ भाषण दिया.

# कहा क्या कपिल मिश्रा ने?

कपिल मिश्रा ने 23 फरवरी को सुबह ट्वीट किया कि जाफराबाद में अब स्टेज बनाया जा रहा है. एक और इलाक़ा, जहां अब भारत का क़ानून चलना बंद.

इसके बाद कपिल मिश्रा ने 23 फरवरी को ही दोपहर में 1 बजकर 22 मिनट पर ट्वीट करके 'ठीक 3 बजे' लोगों से जुटने की अपील की. कपिल का कहना था कि 'जाफराबाद के जवाब में' सड़क पर उतरना ज़रूरी हो गया है.

कपिल मिश्रा ने ठीक तीन बजे मौजपुर चौक की रेड लाइट पर CAA के समर्थन में लोगों को बुलाया.

इसके बाद 23 फरवरी को ही तीन बजे जाफराबाद में बताई गई जगह पर कपिल मिश्रा और उनके साथ के लोग पहुंच गए. कपिल मिश्रा ने 3 बजकर 56 मिनट पर उनके बुलाने पर आई हुई भीड़ का वीडियो ट्वीट किया. भीड़ 'भारत माता की जय' और 'जय श्री राम' के नारे लगा रही थी.

कपिल ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा,

'ये यही चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे. इसीलिए इन्होंने रास्ते बंद किए और इसीलिए ये दंगे जैसा माहौल बना रहे हैं. हमारी तरफ़ से एक भी पत्थर नहीं चला है. डीसीपी साहब, आप सबके सामने खड़े हैं. मैं आप सबके बिहाफ़ पर ये बात कह रहा हूं कि ट्रंप के जाने तक तो हम शांति से जा रहे हैं. लेकिन उसके बाद हम आपकी भी नहीं सुनेंगे अगर रास्ते ख़ाली नहीं हुए तो. ठीक है? ट्रंप के जाने तक आप जाफराबाद और चांद बाग़ ख़ाली करा लीजिए, ऐसी आपसे विनती कर रहे हैं, उसके बाद हमें रोड पर आना पड़ेगा. भारत माता की जय. वंदे मातरम्.

इसके बाद दिल्ली में जाफराबाद समेत कई जगह हिंसा भड़क गई. दिल्ली पुलिस को हिंसा क़ाबू में करते हुए अपना एक जवान खोना पड़ा. चार नागरिकों की भी मौत हो गई.

# अब क्या कह रहे हैं कपिल मिश्रा

एक पत्रकार ने जब दिल्ली हिंसा का आरोप कपिल मिश्रा पर लगाते हुए ट्वीट किया, तो कपिल मिश्रा ने जवाब में री-ट्वीट करते हुए लिखा,

'ये भाषा सड़कें बंद करने वालों के खिलाफ बोलो. असम को कश्मीर को तोड़ने वालों के खिलाफ बोलो. पुलिस से नफरत के नारे लगाने वालों के खिलाफ बोलो. पत्थरबाजों से सहानुभूति दिखाने वालों के खिलाफ बोलो. लेकिन तुम भूखे मर जाओगे, तुम्हारा घर झूठ बोलकर चलता है. तुम्हारा धंधा झूठ पर टिका है.'

इसके बाद बढ़ती हिंसा के बीच कपिल ने एक और ट्वीट किया. लिखा कि ये टेंट और ये भीड़ चांद बाग में रास्ता बंद करके बैठी थी CAA के विरोध में. ये है इनका असली चेहरा. ये हिंसा अस्वीकार्य है. शांति में ही सबकी भलाई है.

कपिल मिश्रा ने इससे पहले ट्वीट किया था, 'दिल्ली में दूसरा शाहीन बाग़ नहीं बनने देंगे.'

जैसे ही दिल्ली के जाफराबाद से हिंसा की ख़बरें आईं, तो कपिल मिश्रा ने ट्वीट करके कहा, 'CAA विरोधी भजनपुरा, चांद बाग, करावल नगर, मौजपुर, बाबरपुर, जाफराबाद में दंगा कर रहे हैं. पेट्रोल पंप, घरों, मंदिरों, गाड़ियों में पथराव और आगजनी. स्थिति बहुत भयानक है. पुलिस को तुरंत इनको चांद बाग और जाफराबाद की सड़को से बलपूर्वक हटाना चाहिए. सब लोगों से अपील शांति बनाए रखिये

इसके बाद कपिल मिश्रा ने 'सबकी भलाई' वाला एक और ट्वीट किया और कहा कि 'हिंसा किसी विवाद का हल नहीं'
वीडियो देखें: शाहीन बाग के बाद जाफराबाद में महिलाएं धरने पर बैठी और ‘जय भीम’ के नारे लगाने लगीं