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डीके शिवकुमार दिल्ली में ही रहेंगे, CM पद के लिए कांग्रेस को क्या फॉर्मूला बताया?

सूत्रों के मुताबिक डीके शिवकुमार का रुख साफ है- CM तो बनूंगा ही, वो भी...

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(बाएं से दाएं) डीके शिवकुमार, मल्लिकार्जुन खरगे और सिद्दारमैया (फोटो: ट्विटर)

कर्नाटक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री पद की मांग पर अड़े हुए हैं. ऐसा पार्टी के सूत्रों ने बताया है. इससे पहले सूत्रों के हवाले से ही खबर आई थी कि कांग्रेस आलाकमान ने सिद्दारमैया को CM चुना है और डीके शिवकुमार को डिप्टी CM बनाकर दो बड़े मंत्रालय दिए जाएंगे. हालांकि, पार्टी ने इसकी आधिकारिक घोषणा अब तक नहीं की है. इस खबर के बाद एक और खबर आई है. बताया जा रहा है कि शिवकुमार डिप्टी CM पद के लिए तैयार नहीं हैं.

इंडिया टुडे/आजतक से जुड़े नागार्जुन की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के सूत्रों ने बताया है कि पार्टी को CM का ऐलान करने की जल्दी नहीं है. वो अगले दो दिन इस पर विचार कर आम सहमति बनाने की कोशिश करेगी. इसलिए सिद्दारमैया और डीके शिवकुमार दोनों के दिल्ली में रहने की उम्मीद है.

ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले पर शिवकुमार की शर्त

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक सीएम पद के लिए डीके शिवकुमार ने ढाई-ढाई साल का फॉर्मूले रख दिया है. सूत्रों की मानें तो कर्नाटक कांग्रेस चीफ का कहना है कि अगर सीएम के कार्यकाल को बांटा जाना है, तो पहले ढाई साल का कार्यकाल उन्हें ही दिया जाए, दूसरा सिद्दारमैया को. 

रिपोर्ट के मुताबिक शिवकुमार ने साफ कर दिया है कि या तो CM के तौर पर पहले ढाई साल का कार्यकाल उन्हें दिया जाए या फिर उन्हें कुछ नहीं चाहिए. ऐसे हालात में वो चुप रहेंगे. अब कांग्रेस आलाकमान के नेता फिर मिलेंगे. बातचीत करेंगे. लेकिन उसके बाद भी नए CM के नाम का ऐलान होगा या नहीं, ये नहीं कहा जा सकता.

इन सबके बीच डीके शिवकुमार अपने खेमे के विधायकों और समर्थकों संग दिल्ली में अपने भाई और सांसद डीके सुरेश के घर पहुंच गए हैं. कहा जा रहा है कि सीएम पद के लिए कोई फैसला होने तक वो दिल्ली में ही रहेंगे. 

(फोटो: आजतक)

कर्नाटक की सत्ता की बागडोर संभालने के लिए बराबर के दावेदारों का होना कांग्रेस के लिए सिरदर्द बन गया है. दोनों दावेदार हाई कमान के यहां जा रहे हैं. पहले सिद्दारमैया और फिर डीके शिवकुमार ने मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की. बाद में वे राहुल गांधी से मिले. 

दो दिन दिल्ली में रहेंगे दोनों

चूंकि कांग्रेस को CM की घोषणा करने की जल्दी नहीं है, इसलिए दोनों दावेदारों ऐसा कोई बयान देने से बचने को कहा गया है, जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़े. पार्टी तमाम विकल्पों और फार्मूलों पर काम कर रही है.

सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान का ये भी कहना है कि सिद्दारमैया या डीके शिवकुमार अकेले शपथ नहीं लेंगे. ये एक कलेक्टिव लीडरशिप है, इसलिए उनके साथ शपथ लेने के लिए 8-10 मंत्रियों की जरूरत है. पार्टी कर्नाटक में 'वन मैन शो' नहीं चाहती है. कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के बीच अब इन सब मुद्दों पर बातचीत चल रही है. 

कांग्रेस के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि इस समय पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे विचार- विमर्श कर रहे हैं. जब भी कांग्रेस कोई फैसला करेगी, इसकी सूचना दे दी जाएगी. सुरजेवाला ने कहा है कि अगले 48-72 घंटों में कर्नाटक का नया मंत्रिमंडल होगा.

शिवकुमार को राहत

इस बीच सुप्रीम कोर्ट से शिवकुमार के लिए एक अच्छी खबर आई. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने उनके खिलाफ CBI की याचिका पर सुनवाई कुछ समय के लिए स्थगित कर दी है. CBI डीके शिवकुमार के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच कर रही है. लेकिन कर्नाटक हाई कोर्ट ने चुनाव के कारण CBI की कार्रवाई पर रोक लगा दी थी. CBI ने हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट ने इसे करते हुए जांच एजेंसी को हिदायत दी है कि वो अगले 2-3 दिन मामले से जुड़ीं चर्चाओं से बचे.

वीडियो: डीके शिवकुमार ने दिल्ली जाते हुए कर्नाटक CM पद, राहुल गांधी और अपने खिलाफ केस पर क्या कहा