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पाकिस्तान के लिए 'जासूसी' करने वाले DRDO साइंटिस्ट का क्या RSS से कनेक्शन निकल आया है?

DRDO साइंटिस्ट को लेकर RSS ने क्या कहा?

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साइंटिस्ट के जरिए Pakistan जा रही थी जानकारी | फाइल फोटो: आजतक

महाराष्ट्र से अरेस्ट किए गए DRDO के साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. महाराष्ट्र एंटी टेररिज्म स्क्वाड (ATS) ने पुणे कोर्ट से कहा है कि प्रदीप कुरुलकर कथित तौर पर DRDO के एक गेस्ट हाउस में कुछ औरतों से मिले थे. और इस समय ATS इसी बात की जांच कर रहा है.

मंगलवार, 9 मई को प्रदीप कुरुलकर को पुणे के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसआर नवंदर की अदालत में पेश किया गया. इस दौरान अधिकारियों ने साइंटिस्ट की रिमांड और बढ़ाने की अपील की. ATS के वकील विजय फरगड़े ने कोर्ट से कहा कि अभी तक DRDO गेस्ट हाउस के रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं हो पाए हैं. इस वजह से गेस्ट हाउस से जुड़ी जांच नहीं हो सकी है. उनके मुताबिक एक बार रिकॉर्ड उपलब्ध होने के बाद, जांच अधिकारी आरोपी की गेस्ट हाउस में आवाजाही की जांच करेंगे. इस दलील के बाद अदालत ने साइंटिस्ट की हिरासत को सात दिनों के लिए और बढ़ा दिया.

Pakistan जा रही थी जानकारी!

4 मई को महाराष्ट्र ATS ने साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर को पुणे से अरेस्ट किया था. प्रदीप पर आरोप है कि उन्होंने हनी ट्रैप में फंसकर पाकिस्तान को DRDO की खुफिया जानकारी मुहैया कराई. ये जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) को भेजी जाती थी. ये भी बताया गया कि प्रदीप कुरूलकर व्हाट्सऐप कॉल और व्हाट्सऐप मैसेज के जरिए PIO से जुड़े थे. ATS के मुताबिक ये खेल शुरू होने से पहले साइंटिस्ट को PIO से जुड़े कुछ हैंडलर्स ने ही हनी ट्रैप में फंसाया था.

आजतक से जुड़े दीपेश त्रिपाठी की रिपोर्ट के मुताबिक ATS द्वारा जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि प्रदीप ने डीआरडीओ के अधिकारी के तौर पर अपने पद का दुरुपयोग किया, उनके द्वारा संवेदनशील सरकारी खुफिया जानकारी से समझौता किया गया. ATS के मुताबिक ये जानकारी दुश्मन देश के हाथों में जाने से भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है.

DRDO के वैज्ञानिक का RSS से कनेक्शन?

आजतक की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले से जुड़ी जांच में ये भी सामने आया है कि प्रदीप कुरुलकर पुणे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) और संस्कार भारती नाम के एक संगठन से जुड़े थे. प्रदीप की गिरफ्तारी के बाद उनके कथित आरएसएस कनेक्शन की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं.

उनके लेक्चर देने की तस्वीरें और वीडियो काफी चर्चा में आ गए. तस्वीर और वीडियोज को लेकर दावा किया गया है कि प्रदीप कुरुलकर 26 फरवरी 2021 को वीर विनायक दामोदर सावरकर की पुण्यतिथि के अवसर पर व्याख्यान दे रहे हैं. विठ्ठल राव जोशी चैरिटी ट्रस्ट द्वारा ये व्याख्यान प्रोग्राम हर साल आयोजित किया जाता है.

RSS की तरफ से क्या कहा गया?

आजतक ने प्रदीप कुरुलकर के आरएसएस कनेक्शन का सच जानने की कोशिश की. नाम ना छापने की शर्त पर RSS के एक सदस्य ने बताया कि प्रदीप कुरुलकर कभी भी आरएसएस (पुणे) में किसी पद पर नहीं रहे हैं. संघ के इस सदस्य ने आगे कहा कि लाखों स्वयंसेवक आरएसएस के कार्यक्रमों में शामिल होते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से नियमित रूप से जुड़े हुए हैं. सदस्य के मुताबिक हो सकता है कि प्रदीप कुरुलकर करीब 20 साल पहले शाखा में शामिल हुए हों, लेकिन वो आरएसएस के सदस्य नहीं हैं.

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