'वो सारे लोग जो अपने गांवों और कस्बों से पहली बार बहुत सारे अंग्रेज़ी माहौल वाले हॉल्स में, कॉरपोरेट रूम में, न्यूज़रूम में दाखिल हुए, दिल वैसे ही धकधका रहा था, जैसे इस वक्त मेरा धकधका रहा है. पर उनको यकीन था- थोड़ा सा अपनी काबिलियत पर, बहुत ज़्यादा अपनी मेहनत पर और उससे भी ज़्यादा अपने मेंटर्स पर, अपनी टीम पर, उन सारे देसी टैलेंट्स का सेलीब्रेशन है दी लल्लनटॉप.'इस अवॉर्ड का क्रेडिट सौरभ द्विवेदी ने अपने पिता को देते हुए कहा कि वह बचपन से उनके तकिये के नीचे से इंडिया टुडे मैग्ज़ीन उठाकर पढ़ लेते थे. वो खीझ जाते थे कि उनसे पहले सौरभ पूरी मैग्ज़ीन पढ़ जाते थे. अपनी मां को अवॉर्ड का क्रेडिट देते हुए सौरभ ने कहा कि उनकी मां ने कहा था कि वह उन्हें शहर भेजेंगी, हॉस्टल में रखकर पढ़ाएंगी और उन्होंने ये किया भी. जिसकी बदौलत आज वो यहां तक पहुंच सके. इसके अलावा अवॉर्ड फंक्शन में इंडिया टुडे ग्रुप का भौकाल रहा. ग्रुप को अलग-अलग कैटेगरी में 48 अवॉर्ड मिले. अवॉर्ड्स का 12वां एडीशन ये ENBA अवॉर्ड्स का 12वां एडीशन था. शनिवार, 22 फरवरी को इसका आयोजन नोएडा के रैडिसन ब्लू होटल में किया गया. न्यूज़ ब्रॉडकास्ट इंडस्ट्री में उम्दा काम की सराहना के लिए 2008 में ENBA अवॉर्ड्स की शुरुआत हुई.
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