भाजपा सांसद और रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग पहलवान के पिता ने बयान दिया है कि उन्होंने जानबूझकर एक ‘’झूठा केस'' फाइल किया था. पीड़िता के पिता का कहना है कि उनकी बेटी के साथ अन्याय हुआ था, और वो उसका ‘’बदला'' लेना चाहते थे. जनवरी 2023 से धरना-प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने लगातार बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. एक नाबालिग की शिकायत के बाद ही बृजभूषण पर पॉक्सो एक्ट भी लगा था.
'मैंने सिर्फ बदला लेने के लिए बृजभूषण पर केस किया था...', बात से पलट गए नाबालिग के पिता!
पीड़िता के पिता का नया बयान पहलवानों के लिए एक झटके की तरह है.
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए इस लड़की के पिता ने कहा,
"कोर्ट की जगह अभी सच बोलना ज्यादा सही है. सरकार से बातचीत शुरू हो गई है. सरकार ने वादा किया है कि वो मेरी बेटी की हार पर छानबीन करेंगे. मेरी जिम्मेदारी है कि मैं भीअपनी गलती सुधार लूं."
लड़की के पिता का दावा है कि उनकी बेटी को एशियन U-17 चैंपियनशिप के ट्रायल के दौरान जानबूझकर कर रेफरी ने हरवाया था. ये पूरा मामला 2022 का है. लड़की के पिता ने बताया के वो फाइनल में मैच हार गई थी. उनका कहना है कि रेफरी को फेडरेशन ही अपॉइंट करता है और फेडरेशन के मुखिया बृजभूषण हैं. अगर गुस्सा उनपर नहीं आएगा, तो और किसपर आएगा. यानी रेफरी के फैसले के लिए लड़की के पिता बृजभूषण को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
लड़की के पिता ने आगे कहा,
“ये सिर्फ एक कुश्ती हारने की बात नहीं होती है. पूरे एक साल की मेहनत होती है. रेफरी का फैसला देखा था और फिर मैंने फैसला किया था कि मैं इसका बदला लूंगा.”
लड़की के पिता ने ये जानकारी भी दी है कि किसी भी पहलवान ने उन्हें चल रहे प्रोटेस्ट से जुड़ने या बृजभूषण पर आरोप लगाने के लिए नहीं कहा था. ये उनका अपना फैसला था.
अनुराग ठाकुर से मुलाकात
7 जून को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों को सरकार की तरफ से मुलाकात के लिए बुलाया था. इस चर्चा के बाद कई बड़ी बातें सामने आई थी. अनुराग ने इस मीटिंग के बाद बताया था कि पहलवान 15 जून तक कोई प्रदर्शन नहीं करेंगे. इसी तारीख तक दिल्ली पुलिस बृजभूषण के खिलाफ जांच कर चार्जशीट फाइल करेगी. बृजभूषण के खिलाफ दो एफआईआर दर्ज हुई थी. नाबालिग के पिता अब नए बयान के साथ सामने आए हैं, तो संभव है कि एक ही FIR बचे. अब उसपर क्या कार्रवाई होती है, ये आने वाला समय ही बताएगा. मीडिया से बात करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा था,
"मैंने सरकार की तरफ से रेसलर्स को न्योता दिया था बातचीत के लिए. लगभग छह घंटे चली इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. 15 जून तक जांच पूरी कर चार्जशीट दायर करने की बात हुई. WFI का चुनाव भी 30 जून तक किया जाएगा. साथ ही WFI की आंतरिक शिकायत समिति भी बनाने पर बात हुई. इसकी अध्यक्षता कोई महिला करे, पहलवानों की ऐसी मांग है. चुनाव होने तक IOA के एडहोक कमिटी के लिए दो कोच के नाम प्रस्तावित हैं.
बृजभूषण सिंह के तीन टर्म पूरे हुए हैं. पहलवानों की मांग है कि उनसे जुड़े लोग (चुनाव से) चुनकर ना आएं. उन्होंने खिलाड़ियों को आवश्यकता अनुसार सुरक्षा दी जाने की भी मांग की है. पहलवानों ने अखाड़ों, खिलाड़ियों या कोचेज के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने की मांग भी की है, ताकि उनपर कोई कानूनी कार्रवाई ना की जा सके. खिलाड़ियों ने कहा है कि वो और उनसे जुड़े संगठन 15 जून तक कोई प्रदर्शन नहीं करेंगे."
इस मीटिंग के बाद पहलवान साक्षी मलिक ने कहा,
"सरकार ने हमसे कार्रवाई पूरी करने के लिए 15 जून तक का समय मांगा है. तब तक हम कोई आंदोलन नहीं करेंगे. हमारा विरोध अभी ख़त्म नहीं हुआ है."
मीटिंग में कौन-कौन?
इस मीटिंग में साक्षी मलिक, सत्यव्रत कादियान और बगरंग पूनिया ने हिस्सा लिया था. विनेश फोगाट इस संघर्ष के मुख्य चेहरों में से एक रही हैं पर वो इस मीटिंग का हिस्सा नहीं थी. विनेश फिलहाल अपने गांव बलाली में हैं. वहां उन्हें एक पंचायत में हिस्सा लेना है.
पहलवानों पर क्यों FIR?
28 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्धाटन किया था. इसी दिन पहलवानों ने नए संसद भवन के सामने महापंचायत करने का फैसला किया और जंतर मंतर से उठकर नए संसद की ओर चलने लगे. दिल्ली पुलिस ने इस रैली को रोका था, जिसमें धक्कामुक्की भी हुई थी. इसके बाद पहलवानों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी. पहलवानों ने इसे खारिज करने की मांग की है.
अमित शाह से की मुलाकात
शनिवार 3 जून की रात पहलवानों ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मीटिंग में भी बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग रखी गई थी. इसके जवाब में अमित शाह ने कहा था कि ये दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर निर्भर करेगा.
वीडियो: बृजभूषण पर आरोप लगाने वाली पहलवान की दोस्त ने क्या खुलासा कर दिया?