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पार्षदों को वंदे मातरम् गाना था, BJP वाले खड़े हुए, AIMIM के बैठे रहे, तगड़ी मार-कुटाई मच गई

AIMIM के कम से कम 5 पार्षदों को चोटें आईं हैं.

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वंदे मातरम् गाने पर दो बार बवाल हुआ! (फोटो सोर्स- आजतक)

उत्तर प्रदेश का मेरठ जिला. यहां की CCS यूनिवर्सिटी में नवनिर्वाचित मेयर और नगर निगम के पार्षदों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम (Meerut Municipal Corporation) चल रहा था. कार्यक्रम में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् गाने को लेकर BJP और AIMIM के पार्षद आपस में भिड़ गए. आरोप है कि AIMIM के पार्षद वंदे मातरम् गाने के लिए सीट से नहीं उठे. इस पर BJP के पार्षदों ने उनके साथ मारपीट कर दी. खबरों के मुताबिक भिड़ंत के चलते AIMIM के कम से कम 5 पार्षदों को चोटें आईं हैं. उन्होंने शपथ ग्रहण का बहिष्कार कर दिया है.

आजतक से जुड़े उस्मान चौधरी की रिपोर्ट के मुताबिक, मेरठ की CCS यूनिवर्सिटी के सुभाष चंद्र बोस सभागार में मेयर हरिकांत अहलूवालिया और नगर निगम के पार्षदों के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम चल रहा था. इस दौरान BJP पार्षदों ने वंदे मातरम् गाना शुरू कर दिया. लेकिन AIMIM के पार्षदों ने इसका विरोध किया और अपनी कुर्सियों पर बैठे रहे. इस पर BJP और AIMIM के पार्षदों के बीच बहस शुरू हुई और नौबत मारपीट तक आ गई. मौके पर मौजूद पुलिस ने बीच-बचाव करने की कोशिश की.

इसके बाद जिला प्रशासन के आला-अधिकारी पहुंचे और AIMIM के पार्षदों को बाहर निकाल दिया. रिपोर्ट के मुताबिक वे जब वंदे मातरम् का विरोध कर रहे थे तो मेरठ के DM दीपक मीणा भी मौके पर मौजूद थे. उन्होंने पार्षदों को समझाने की कोशिश की. लेकिन AIMIM के पार्षदों ने शपथ ग्रहण कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया और बिना शपथ लिए चले गए.

स्थितियां काबू में करने के लिए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. कार्यक्रम में BJP नेता और राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी भी मौजूद थे. दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक, जब मेयर हरिकांत अहलूवालिया शपथ ले रहे थे तब भी एक बार वंदे मातरम् गाने पर बवाल हुआ. नगर निगम कार्यालय के क्लर्क ने वंदे मातरम् का गलत उच्चारण कर दिया. इस पर लक्ष्मीकांत वाजपेयी भड़क गए और क्लर्क के हाथ से माइक छीन लिया. इसके बाद जब पार्षद शपथ ले रहे थे तो दोबारा वंदे मातरम् शुरू हुआ. इस बार दोनों पार्टियों के पार्षद आपस में भिड़ गए.

आजतक की खबर के मुताबिक, लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा,

“अगर उन्हें (AIMIM पार्षद) वंदे मातरम् से दिक्कत थी तो न गाते और चुप रहते. लेकिन AIMIM के पार्षदों ने गैर-वाजिब टिप्पणी की. इससे हालात बिगड़े. शपथ ग्रहण का बहिष्कार न करके उन्हें शपथ लेनी चाहिए थी. अब बहिष्कार किया है तो कैबिन में शपथ लेंगे.”

BJP कार्यकर्ताओं का कहना था कि ये ‘जिन्ना को मानने वाले लोग हैं. ये ओवैसी के लोग हैं. देश का बंटवारा चाहते हैं. और जो वंदे मातरम् नहीं गाएगा उसको मुंहतोड़ जवाब देंगे’.

वहीं मामले पर एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि वंदे मातरम् को लेकर AIMIM के पार्षदों की तरफ से आपत्ति दर्ज कराई गई थी. उसी पर बवाल और मारपीट हुई जिसके बाद पुलिस ने सबको सभागार से बाहर निकाल दिया.

उधर AIMIM के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि सरकारी कार्यक्रम को संघ का कार्यक्रम बना दिया. उनके साथ मारपीट हुई है और वे किसी भी कीमत पर वंदे मातरम् नहीं गाएंगे.

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