उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में ईद के दिन सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर करीब 2000 लोगों पर FIR दर्ज की गई है. FIR में कानपुर की तीन मस्जिद समितियों का नाम शामिल है. साथ ही बहुत बड़ी संख्या में नमाजियों पर केस दर्ज किया है. अलग-अलग मीडिया रिपोर्टों में ये संख्या 1700 से 2000 के बीच बताई गई है.
आजतक से जुड़े रंजय सिंह से मिली जानकारी के मुताबिक ईद के मौके पर कई मस्जिदों के भीतर नमाज पढ़ी गई थी. हालांकि, कुछ लोगों ने पुलिस के मना करने के बावजूद सड़क पर नमाज पढ़ी. इसके बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों से फुटेज इकट्ठा करवाए थे.
रंजय के मुताबिक ईद को मद्देनजर रखते हुए पुलिस ने मस्जिदों के मौलाना और समितियों से पहले ही बात की थी. उसने कहा था कि सड़क पर नमाज अदा ना की जाए, चाहे मस्जिद के भीतर दो बार नमाज अदा करा ली जाए. रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने कहा था कि इसको लेकर शासन की तरफ से कड़े निर्देश जारी किए गए हैं. इस जानकारी के बाद कई मस्जिदों में इस नियम का पालन किया गया. लेकिन कुछ मस्जिदों ने इस नियम को तोड़ा.
रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने सबसे पहले बाबू पुरवा इलाके की मस्जिद के खिलाफ स्थानीय थाने में एक FIR दर्ज की. इसमें मस्जिद की समिति समेत 50 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. बाबू पुरवा के बाद दो और एरिया में ऐसी खबर मिलने पर FIR दर्ज की गईं.
पुलिस ने दूसरी FIR जाजमऊ की इंतजा मियां ईदगाह मस्जिद समिति के खिलाफ दर्ज की. यहां भी ईद पर सड़क पर नमाज पढ़ाई गई. यहां समिति के साथ लगभग 300 लोगों पर भी FIR दर्ज की गई. पुलिस ने तीसरी FIR बजरिया थाने में शहर की सबसे बड़ी ईदगाह मस्जिद की समिति के खिलाफ दर्ज की. तीन में से दो FIR 26 अप्रैल की शाम 6 बजे के बाद दर्ज की गईं.
आजतक के रंजय सिंह की जानकारी के मुताबिक कानपुर शहर स्थित ईदगाह में हर साल ईद पर लगभग 1 लाख लोग नमाज पढ़ते हैं. इसके मद्देनजर ईद से पहले ही पुलिस ने निर्देश जारी कर दिए थे. रिपोर्टर के मुताबिक इस मामले में पुलिस की तरफ से कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं है. हालांकि, केस दर्ज करने वाले थानेदार FIR की कॉपी भेज कर पूरी जानकारी दे रहे हैं. FIR की कॉपी दी लल्लनटॉप के पास भी है.
पुलिस के कुछ अधिकारी यह भी कह रहे हैं कि अभी जांच की जा रही है. अगर सड़क पर और भी कहीं नमाज पढ़ने का मामला सामने आएगा तो फिर FIR दर्ज की जाएगी.