इंस्ट्राग्राम, फेसबुक या यूट्यूब पर हर कोई रील्स या शॉर्ट्स स्क्रोल करता है. इसमें अलग-अलग किस्म का कॉन्टेंट देखने को मिलता है. फूड व्लॉग्स का भी अपना अगल की क्रेज़ है. लोग ऐसे वीडियोज़ देखते हैं और अपने छुट्टी के दिन रेस्तरां पहुंच जाते हैं. खाने-पीने और मौज काटने.
फ़ूड व्लॉग बनाने जा रही थी इन्फ़्लुएन्सर, मोबाइल छीनने ही वाले थे स्नैचर!
फोन स्नैचिंग का लाइव वीडियो आया है.
नागपुर की रहने वाली रुचिका असतकर अपने दोस्तों और साथी व्लॉगर्स के साथ बैंगलुरु में यही कर रही थीं. ये लोग ‘गुफा रेस्तरां’ पहुंचे, वीडियो व्लॉग बनाने. वीडियो शूट चल ही रहा था कि बाइक पर सवार दो लड़के आए और उन्होंने रचिका का फोन लेकर चंपत होने की कोशिश की.
इस पूरी घटना का वीडियो खुद रुचिका ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. इस वीडियो में रुचिका की दोस्त पहले कहती हैं, 'क्या आपने कभी गुफा रेस्तरां ट्राई किया है?'. और उनके दोस्त 'ऐंवई, ऐंवई' गाना गाकर नाच रहे थे. तभी दो लड़के पीली और काले रंग की बाइक पर आते हैं और उनका फोन छुड़ाने करने की कोशिश करते हैं. गनीमत रही कि रुचिका का फोन बच गया.
चारों लड़कियां इसके बाद शॉक्ड नज़र आती हैं. एक कहती हैं -
'वो बस करने ही वाला था यार...'
दूसरी आवाज़ आती है -
'क्या चोर लोग हैं भाई!'
एक दूसरा वीडियो, जो रुचिका ने ट्विटर पर पोस्ट किया, उसमें उन्होंने बताया,
‘’हम गुफा रेस्तरां के बाहर खड़े थे और कॉन्टेंट बना रहे थे. ये 11:15 - 11:30 के बीच की बात है. हम लोग वहां लगभग 20 मिनट थे, ब्रैंड के लिए वीडियोज़ बना रहे थे. जब लगभग हमारा काम हो चुका था, हम अपना आखिरी वीडियो बना रहे थे, हमने इस घटना को रिकॉर्ड किया.''
रुचिका ने आगे बताया,
''मैंने अपना रिव्यू रिकॉर्ड किया ही था, और अपना कैमरा अपने दोस्तों की तरफ घुमाया और ये घटना मेरे फोन में रिकॉर्ड हो गई. हमें लगता है वो हमपर नज़र रख रहे थे और उन्हें जो करना था, उन्होंने वो करने की कोशिश की. ये घटना गुफा रेस्तरां के सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हुई है. हमारे पास (बाइक का) नंबर भी है पर वो काफी ब्लर है. हम श्योर नहीं हैं कि इससे नंबर ट्रेस किया जा सकता है या नहीं. पर रेस्तरां के पास इसकी क्लिप है.
# पुलिस ने क्या किया?
रुचिका ने अपने ट्वीट में बैंगलुरु पुलिस का टैग किया. पुलिस ने रिप्लाई करते हुए लिखा.
‘’प्लीज़ हमें इस मामले की एक्ज़ैक्ट जगह, डिटेल्स और कॉनटैक्ट नंबर भेज दीजिए.''
अब ये देखना है कि पुलिस की कार्रवाई इस मामले में कहां तक जाती है. बाकी सबक ये है, कि देश बाद में सुरक्षित होगा, पहले फोन सुरक्षित करो. क्योंकि झपट्टा मारने वाले हर कहीं हैं.
वीडियो: असम चुनाव: सटायर वीडियो बनाने वाला व्लॉगर, नेता क्यों बन गया?