The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

पूर्व आर्मी जनरल ने Go First एयरलाइन की खाट खड़ी की, लिखा- 'रिफंड दो, गेम मत खेलो'

जिन्होंने गो फर्स्ट एयरलाइन से बुकिंग की थी, उनकी फ्लाइट रद्द हो गई. कंपनी ने कहा था कि वो ऐसे यात्रियों के पैसे लौटा देगी. लेकिन...

post-main-image
जनरल ने गो फर्स्ट की क्लास लगा दी. (सौजन्य - आजतक)

भारतीय सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल कंवल जीत सिंह ढिल्लों गो फर्स्ट एयरलाइन से बहुत नाराज हैं. इसकी वजह एयरलाइन की मौजूदा हालत है. सस्ती उड़ान सेवाएं देने वाली एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट (Go First) पिछले कुछ समय से दिक्कतों का सामना कर रही है. इस एयरलाइन ने मई के पहले हफ्ते में वित्तीय सकंट का हवाला देते हुए दिवालिया घोषित किए जाने की अर्जी डाली थी. नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLT) ने इस अर्जी को स्वीकार कर लिया था. 3 मई से ही इस फ्लाइट की उड़ाने बंद हैं. और हालिया ट्वीट में फ्लाइट ने जानकारी दी है कि 14 जून तक सारी फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं.

ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानी TAAI के मुताबिक एडवांस और रिफंड के तौर पर गो फर्स्ट में उनके मेंबर्स के करीब 900 करोड़ रुपये फंस गए हैं. कई लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने इस एयरलाइन की फ्लाइट बुक की थी, पर उनकी फ्लाइट रद्द हो गई. गो फर्स्ट लगातार कहती रही है कि वो ऐसे यात्रियों के पैसे लौटा देगी.

ऐसे ही यात्रियों में एक नाम है कंवल जीत सिंह ढिल्लों. भारतीय सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल. उन्होंने 'कितने गाज़ी आए कितनी गाज़ी गए' नाम की एक किताब भी लिखी है. केजेएस ढिल्लों ने ट्वीट कर लिखा है,

"मेरी 4 मई की फ्लाइट का रिफंड आपने अभी तक नहीं किया है. किस को बोलना है जो आप पर कोई असर होगा."

जनरल के ट्वीट के जवाब में गो फर्स्ट का ऑटोमेटेड ट्वीट आया.

"डियर सर, फ्लाइट रद्द होने के कारण आपको जो समस्या हुई है, हम उसे समझते हैं. आपको हुई असुविधा के लिए हमें वास्तव में खेद है. हम आपसे अनुरोध करते हैं कि कृपया अपने कॉन्टैक्ट डिटेल्स और पीएनआर हमें मेसेज कर दें. ताकि हम आपको जल्द से जल्द समाधान प्रदान कर सकें."

इसके जवाब में जनरल ने लिखा,

"मैंने आपको कॉन्टैक्ट डिटेल्स और पीएनआर नंबर भेज दिया है. बॉट से जवाब देने वाला गेम और मत खेलिए. इसका समाधान कीजिए."

जनरल ढिल्लों जैसा हाल देश के कई लोगों का होगा. उन्होंने दी लल्लनटॉप से बात कर जानकारी दी,

"मैं लगभग एक महीने से इनसे (गो फर्स्ट से)  ईमेल पर बातचीत कर रहा हूं. हर बार एक ही जवाब आता है, कि जल्द हो जाएगा."

वित्तीय समस्याओं में फंसी ये एयरलाइन फिर से फ्लाइट शुरू करने के प्रयास में जुटी हुई है. गो फर्स्ट ने 20 एयरप्लेन की छोटी फ्लीट चलाने का प्लान बनाया है. पहले इसे शुरू करने की तारीख 27 मई बताई जा रही थी. पर अब ये प्लान आगे धकेल दिया गया है. इसपर कोई डेट अभी फाइनल नहीं हुई है.

गो फर्स्ट का मालिक कौन, कब शुरू हुई?

साल 2005 में वाडिया समूह ने एयरलाइंस इंडस्ट्री में कदम रखा था. देश के मशहूर बिजनेस घरानों में से एक वाडिया समूह के मालिक नुस्ली वाडिया के बेटे जेह वाडिया ने गो फर्स्ट एयरलाइंस की शुरुआत की थी. 4 नवंबर 2005 को गो फर्स्ट की पहली सस्ती फ्लाइट मुंबई से अहमदाबाद के बीच शुरू हुई थी. उस समय जेह की उम्र करीब 31 साल थी. इस दौर में एविशएशन बिजनेस में तड़क भड़क खूब थी. लेकिन अब गो फर्स्ट संकट में है. एयरलाइंस की दिक्कतों को समझने के लिए आप ये रिपोर्ट पढ़ सकते हैं. 

वीडियो: गेस्ट इन द न्यूजरूम: ले. जनरल (रिटायर्ड) केजेएस ढिल्लों ने पुलवामा हमले और बालाकोट एयर स्ट्राइक पर क्या बताया?