गुजरात पुलिस (Gujarat Police) ने साल 2021-22 में साढ़े 6 हजार करोड़ का ड्रग्स पकड़ा और 750 लोगों को जेल भेजा. ये जानकारी गुजरात विधानसभा में सूबे के गृह मंत्री हर्ष सांघवी (Harsh Sanghavi) ने दी है. विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान एक संशोधन प्रस्ताव पर बोलते हुए गृह मंत्री सांघवी ने कहा,
गुजरात में एक साल में पकड़ा गया 6500 करोड़ का ड्रग्स, खुद गृह मंत्री ने बताया
गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि मुंबई में छिपे तस्कर सलीम पर तत्कलीन उद्धव ठाकरे सरकार ने एक्शन लेने में ढिलाई की. विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
“राज्य की पुलिस और इंटेलिजेंस लगातार गुजरात के अलावा देश के कई शहरों में एक्शन लेकर ड्रग्स तस्करी पर लगाम लगाने के लिए मेहनत कर रहे हैं.”
सांघवी ने आगे कहा कि मुंबई में छिपे तस्कर सलीम पर तत्कलीन उद्धव ठाकरे सरकार ने एक्शन लेने में ढिलाई की. सांघवी ने दावा किया कि इसके बाद गुजरात पुलिस ने अभियान चलाकर उसे गिरफ्तार किया. सांघवी ने कहा कि सलीम बड़े स्तर पर ड्रग्स तस्करी के कारोबार से जुड़ा था.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाल के कुछ महीनों में पश्चिमी भारत की सीमा पर ड्रग्स की तस्करी में इजाफ़ा हुआ हैं. गुजरात में बढ़ती ड्रग्स की आवाजाही को विपक्ष ने मुद्दा बना लिया है. गुजरात के गृह मंत्री ने कहा कि विपक्ष को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए, इससे पुलिस का मनोबल कमजोर होता है.
गुजरात मे विधानसभा चुनाव आने वाले हैं और यह सत्र मौजूदा विधानसभा का आखिरी सत्र था. विधानसभा के आखिरी सत्र में सदन के नेता प्रतिपक्ष सुखराम राठवा ने सरकार से मांग की है कि ड्रग्स की तस्करी को गुजरात आतंकवाद एवं संगठित अपराध नियंत्रण कानून Gujarat Control Of Terrorism And Organised Crime (GUJCTOC) के दायरे में लाया जाए.
गुजरात में ड्रग्स पकड़े जाने के बड़े मामलेइधर हाल ही में गुजरात में ड्रग्स पकड़े जाने के कई मामले सामने आए हैं. ऐसे चार मामले इस तरह से हैं.
1. गुजरात एटीएस (ATS) और मुंबई के एंटी नारकोटिक्स सेल द्वारा की गई हाल ही में दो अलग-अलग छापेमारी में, वडोदरा और अंकलेश्वर के पास लगभग 2,000 करोड़ रुपये का मेफेड्रोन जब्त किया गया था. भरूच जिले के दहेज में सयखा जीआईडीसी (GIDC) में स्थित एक कारखाने में दवा बनाई जा रही थी और सावली में गोदाम में ड्रग्स तस्करों को परिवहन और डिस्ट्रीब्यूशन के लिए स्टोर किया जा रहा था.
2. सितंबर 2021 में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह से मुंद्रा भेजे गए तीन कंटेनरों को इंटरसेप्ट किया था. कंटेनर 21,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के तीन मीट्रिक टन हेरोइन से भरे पाए गए थे. डीआरआई ने इस मामले में चेन्नई से एक कपल को गिरफ्तार किया.
3. इस साल जुलाई में गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने मुंद्रा बंदरगाह में एक संयुक्त अभियान के दौरान 350 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की 70 किलोग्राम से अधिक हेरोइन जब्त की थी.
4. अप्रैल २०२२ में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने गुजरात में कांडला बंदरगाह के पास एक कंटेनर से 1,439 करोड़ रुपये मूल्य की 205.6 किलोग्राम हेरोइन जब्त की. उसी महीने गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते ने घोषणा की थी कि डीआरआई ने एटीएस के साथ एक संयुक्त अभियान में राज्य के कच्छ जिले में कांडला बंदरगाह के पास एक कंटेनर स्टेशन पर छापेमारी के बाद 1,300 करोड़ रुपये मूल्य की 200 किलोग्राम से अधिक हेरोइन जब्त की थी.