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इंस्पेक्टर और सिपाही बनकर किडनैपिंग करने जा रहे थे, रास्ते में मिल गई असली पुलिस फिर...

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ के 10 शूटर्स कैसे पकड़ में आए?

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पुलिस बनकर अपहरण करने जा रहे थे लॉरेंस-गोल्डी के 10 शूटर. (फोटो/ANI)

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ का नाम लगातार सुर्खियों में है. अब हरियाणा पुलिस ने इन दोनों गैंगस्टर्स के 10 शार्प शूटर्स को गुरुग्राम से अरेस्ट किया है. ये नकली पुलिस बनकर किडनैपिंग करने जा रहे थे. लेकिन, रास्ते में असली पुलिस ने पकड़ लिया. पुलिस ने इनके कब्जे से चार पिस्टल, 25 जिंदा कारतूस, एक स्कॉर्पियो और एक होंडा सिटी कार बरामद की है.

आजतक से जुड़े नीरज कुमार वशिष्ठ की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किए गए सभी लोगों की पहचान हो गई है. इनके नाम राकेश कुमार उर्फ ​​अनिल, हरजोत सिंह उर्फ ​​लीला, अजय ईशरवालिया उर्फ ​​पंजाबी, प्रिंस उर्फ ​​गोलू, जोगिंदर उर्फ ​​जोगा, संदीप उर्फ ​​दीप और सिंदरपाल उर्फ ​​बिट्टू हैं.

गुरुग्राम एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने आजतक से बातचीत के दौरान बताया,

‘गुरुग्राम पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के 10 शार्प शूटर्स अरेस्ट किए हैं. 7 व्यक्तियों को भोंडसी के महेंद्रवाडा इलाके से गिरफ़्तार किया गया. वे पुलिस यूनिफॉर्म में थे और अपराध करने की साजिश रच रहे थे. इनसे पूछताछ के बाद इनके तीन अन्य साथियों को भी राजीव चौक के पास से गिरफ़्तार किया गया.'

वरुण दहिया के मुताबिक,

'पूछताछ के दौरान पता चला कि गिरफ़्तार किए गए लोग लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के एक्टिव शूटर हैं. क्राइम को अंजाम देने के लिए उन्होंने पुलिस की वर्दी पहनी थी. शूटर्स में से जोगिंदर उर्फ ​​​​जोगा एक नकली पुलिस इंस्पेक्टर बना हुआ था, बाकी सात भी पुलिस की वर्दी में थे. इनका इरादा किसी का अपहरण कर करोड़ों रुपए की फिरौती मांगने का था. लेकिन, इससे पहले कि ये अपनी योजना को अंजाम दे पाते, पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.’

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक शुरूआती जांच के दौरान शूटर्स ने कबूल किया है कि वो गोल्डी बराड़, रोहित गोदारा और वीरू के कहने पर वारदात को अंजाम देने जा रहे थे. रोहित गोदारा और वीरू के बारे में माना जाता है कि वे विदेश में रहते हैं.

जांच में ये भी पता चला है कि इन लोगों के खिलाफ लूट, डकैती, हत्या के प्रयास, चोरी, मारपीट और अवैध हथियार रखने आदि के कई मामले दर्ज हैं. ये मामले भिवानी, पंचकूला, हरियाणा, सिरसा, अंबाला, गुड़गांव के साथ-साथ पंजाब और राजस्थान के अलग-अलग जिलों में दर्ज हैं. 
 

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