वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था (GDP Growth Rate) 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी है. नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (National Statistical Office) ने आंकड़े जारी कर ये अनुमान जताया है. पिछले वित्त 2021-22 की पहली तिमाही में GDP ग्रोथ रेट 20.1 फीसदी थी. वहीं 2021-22 की आखिरी तिमाही (जनवरी-मार्च) में GDP ग्रोथ रेट 4.1 प्रतिशत रही थी.
अर्थव्यवस्था में तेजी, 2022-23 की पहली तिमाही में विकास दर 13.5 फीसदी रही
फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की पिहली तिमाही में फिस्कल डेफिसिट 3.41 लाख करोड़ रुपये रहा.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक अर्थशास्त्रियों ने भी चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में GDP ग्रोथ रेट के डबल डिजिट में होने का अनुमान जताया था. अर्थशास्त्रियों ने अनुमान जताया था कि रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के असर में कमी और सर्विस सेक्टर की में तेजी से विकास दर अच्छी रहेगी. वहीं पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही की 20 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ का भी अच्छा असर देखने को मिलेगा.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक फाइनेंशियल ईयर 2022-23 की पिहली तिमाही में फिस्कल डेफिसिट 3.41 लाख करोड़ रुपये रहा. यह पूरे साल की विकास दर के अनुमान 20.5 फीसदी के बराबर है. जबकि 2021-22 की पहली तिमाही में ये आंकड़ा 21.3 फीसदी था.
2022-23 की पहली तिमाही में सरकार की इनकम 7.86 लाख करोड़ रही, जबकि कुल खर्च 11.27 लाख करोड़ रुपये रहा. पहली तिमाही की कमाई पूरे साल के अनुमान के 34.4 फीसदी के बराबर है.
Nirmala Sitharaman जल्द करेंगी समीक्षा!आजतक की खबर के मुताबिक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) विकसित देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर मंदी के खतरे के साथ ही अन्य आर्थिक चुनौतियों को लेकर जल्द एक उच्च स्तरीय समीक्षा करने वाली हैं.
फाइनेंशियल स्टेबिलिटी एंड डेवलपमेंट काउंसिल (Financial Stability and Development Council) की 26वीं बैठक 15 सितंबर को मुंबई में होने वाली है. इस बैठक में रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) समेत फाइनेंशियल सेक्टर के सभी नियामकों के प्रमुख शामिल होंगे.
वीडियो- दी लल्लनटॉप शो: कोरोना के बाद GDP की रिकवरी दहाई का आंकड़ा छुएगी?