ईरान (Iran) ने कहा है कि लेखक सलमान रुश्दी (Salman Rushdie) पर हुए हमले के लिए वो खुद और उनके समर्थक जिम्मेदार हैं. ईरान के विदेश मंत्रालय की तरफ से 15 अगस्त को कहा गया कि अभिव्यक्ति की आजादी का हवाला देकर रुश्दी की तरफ से अपने लेखन में किए गए धर्म के अपमान को जायज नहीं ठहराया नहीं जा सकता है. ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बातें कहीं. ईरान की तरफ से कहा गया कि उसके पास रुश्दी के ऊपर हमला करने वाले के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
'हमले के लिए रुश्दी जिम्मेदार, अभिव्यक्ति के नाम पर धर्म का अपमान नहीं कर सकते', बोला ईरान
अमेेरिका ने कहा था कि सलमान रुश्दी पर हुए हमले के लिए ईरान जिम्मेदार है.
ईरान की तरफ से ये बयान तब जारी किया गया है, जब 14 अगस्त को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रुश्दी पर हुए हमले की जिम्मेदारी ईरान के ऊपर डाल दी थी. उन्होंने कहा था कि ईरानी की सरकार ने पीढ़ियों से रुश्दी के ख़िलाफ़ हिंसा को उकसाया. ब्लिंकन ने ये भी कहा कि ईरान की सरकारी मीडिया ने रुश्दी के ऊपर हुए हमले पर खुशी जाहिर की है.
दरअसल, 1989 में ईरान के तत्कालीन सुप्रीम लीडर ने सलमान रुश्दी के उपन्यास ‘सैटेनिक वर्सेज’ को उनके खिलाफ फतवा जारी किया था. ये फतवा रुश्दी को जान से मारने के लिए था. इस फतवे के बाद रुश्दी को लगातार जान से मारने की धमकियां मिलीं. रुश्दी को लंबे समय तक छिपकर और नाम बदलकर भी रहना पड़ा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, न्यूयॉर्क के चौटाक्वा इंस्टीट्यूट में 12 अगस्त को सलमान रुश्दी को स्पीच देनी थी. स्टेज पर उनका परिचय दिया जा रहा था. तभी हमलावर तेजी से स्टेज पर चढ़ा और रुश्दी की गर्दन पर कई बार चाकू से हमला कर दिया. न्यूयॉर्क पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि सलमान रुश्दी को तुरंत हेलीकॉप्टर से नजदीक़ी अस्पताल पहुंचाया गया और हमलावर को मौक़े पर पकड़ लिया गया.
हमलावर का नाम हादी मतार (Hadi Matar) बताया है. उम्र 24 साल. फिलहाल, सलमान को वेंटिलेटर से हटा लिया गया है और वो बात करने की स्थिति में हैं. पुलिस अभी तक रुश्दी के ऊपर हमले के कारण का पता नहीं लगा पाई है.
वाइस न्यूज़ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, अपनी गिरफ़्तारी से पहले संदिग्ध हादी मतार ने कथित तौर पर इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स से संपर्क किया था. इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ईरान की सेना का ही एक यूनिट है. हालांकि, रिपोर्ट में ये भी है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि रुश्दी पर हुए हमले में कोई ईरानी अधिकारी शामिल था.
वीडियो- स्पीच देते सलमान रुश्दी पर अमेरिका में जानलेवा हमला, हमलावर पर क्या पता चला?