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'पैगंबर के अपमान का बदला लेने को किया हमला', अफगानिस्तान गुरुद्वारा हमले पर ISIS ने कहा

आतंकी संगठन ने कहा, गुरुद्वारे के अंदर सिखों और हिंदुओं को निशाना बनाया.

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आतंकी हमले के बाद गुरुद्वारे की इमारत का मंजर. (फोटो: इंडिया टुडे)

अफगानिस्तान (Afghanistan) के काबुल (Kabul) शहर में शनिवार, 18 जून को एक गुरुद्वारा कारते परवान में आतंकी हमला हुआ था. इसमें 2 लोगों की मौत हो गई थी और 7 घायल हो गए थे. ताजा जानकारी के मुताबिक इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट खुरासन प्रोविंस ने ली है. ISIS ने अपने प्रोपेगेंडा चलाने वाली साइट 'अमाक' पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा, 

“शनिवार के हमले के जरिए हमने हिंदुओं और सिखों को निशाना बनाया था, जिन्होंने अल्लाह के भेजे गए पैगंबर की शान में गुस्ताखी की थी.”

बता दें बीजेपी की निलंबित नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) द्वारा पैगंबर पर की गई एक विवादित टिप्पणी का व्यापक स्तर पर विरोध हुआ था. एक तरफ जहां देश के अंदर इसका विरोध हुआ, वहीं दूसरी तरफ कई इस्लामिक देशों ने आधिकारिक तौर पर नूपुर के बयान पर आपत्ति जताई. इन देशों में भारत के साथ अच्छे संबंध रखने वाले कई अरब देश भी शामिल रहे. साथ ही साथ दक्षिण पूर्व एशिया के भी कई देशों ने आपत्ति जताई थी. इन देशों ने बीजेपी प्रवक्ता को निलंबित किए जाने के कदम को सराहा भी था. वहीं, इससे इतर कई आतंकी संगठनों ने हमला करने की धमकी थी. इनमें ISIS भी शामिल था.

ISIS ने और क्या कहा? 

वीडियो जारी कर आतंकी अबु मोहम्मद अल तजिकी ने कहा, 

"हमारे लड़ाकों ने वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी को मारने के बाद, हिंदुओं और सिखों की आस्था के केंद्र उस गुरुद्वारे में प्रवेश किया. हमारे लोगों ने हैंड ग्रेनेड फेकने के बाद मशीन गन से अंदर मौजूद लोगों पर गोलियां चलाईंं. ये हमला तीन घंटे तक चला." 

इससे पहले अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल नफी ताकोर ने बताया था कि हमलावरों ने गुरुद्वारे में दाखिल होते ही ग्रेनेड फेंका, जिससे वहां पर आग लग गई. ये हमला अफगानिस्तान के समयानुसार सुबह 7.15 बजे हुआ (भारतीय समयानुसार सुबह 8.30 बजे). हमले के समय गुरुद्वारे में 25 से 30 अफगान हिंदू और सिख मौजूद थे. जैसे ही हमलावर गुरुद्वारे में घुसे, 10-15 लोग बाहर भागने में सफल हुए. लेकिन बाकी वहीं फंस गए.

हमले के दौरान काबुल में गुरुद्वारा कारते परवान कमेटी के मेंबर तलविंदर सिंह चावला ने इंडिया टुडे से बात की थी. गुरुद्वारे के बाहर मौजूद चावला ने बताया था कि हमले के बाद अफरातफरी की स्थिति बन गई थी.