गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (ISIS) के चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. गुजरात के DGP विकास सहाय ने चारों आरोपियों को इस्लामिक स्टेट ऑफ खोरसा प्रोविंस (ISKP) से जुड़ा बताया है. ISKP एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन है, जो दक्षिण एशिया और मध्य एशिया में ISIS का सक्रिय सहयोगी है. इस मामले में एक अन्य आरोपी की तलाश जारी है.
इंडिया टुडे की गोपी घांघर की रिपोर्ट के मुताबिक तीन आरोपी युवक श्रीनगर के हैं, चौथी महिला आरोपी सूरत की है. ATS को ISIS के आतंकी मॉड्यूल का इनपुट मिला था. इसके बाद आरोपियों की पहचान की गई. उन्हें ट्रैक किया गया. 9 जून को ATS के ऑपरेशन में आरोपियों को पकड़ा गया.
चारों आरोपी ISKP से जुड़ने के लिए ईरान और अफगानिस्तान भागने की फिराक में थे. ये लोग पिछले एक साल से आतंकी संगठन के संपर्क में थे. ATS का कहना है कि चारों आरोपियों के पास से कई प्रतिबंधित चीजें मिली हैं.
गुजरात के DGP विकास सहाय ने मामले की जानकारी देते हुए कहा,
"तीन आरोपियों को पोरबंदर से हिरासत में लिया गया. इनके नाम उबेद हनान और मोहम्मद है. इनके पास से मिले डॉक्यूमेंट, मोबाइल, टैबलेट से पता चला कि ये लोग पोरंबदर से ईरान और अफगानिस्तान जाने वाले थे. फिर ISKP के आतंकी गतिविधियों हिस्सा लेते. वहीं सूरत से सुमेरा बानो नाम की महिला को पकड़ा गया है. सुमेरा के पास से भी प्रतिबंधित चीजें मिली हैं."
आरोपियों के खिलाफ UAPA के तहत FIR दाखिल की गई है. पुलिस को पांचवें आरोपी जुबैर अहमद की तलाश है, जो श्रीनगर में है. उसे स्थानीय पुलिस की मदद से पकड़ने की कोशिश की जा रही है.
गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने ऑपरेशन की कामयाबी के लिए गुजरात पुलिस, ATS की टीम, सूरत क्राइम ब्रांच को बधाई दी. उन्होंने कहा कि राज्य में सक्रिय पाए गए ऐसे आतंकी मॉड्यूल पर कार्रवाई जारी रहेगी.
उन्होंने कहा,
"गुजरात पुलिस आतंकबादी मंसूबों को तोड़ती आई है. आने वाले दिनों में आतंकवादी मंसूबों पर ऐसे ही काम किया जाएगा. ये ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की जीरो-टॉलरेंस की पॉलिसी के अनुरूप था."
हर्ष सांघवी ने कहा कि चार संदिग्धों की गिरफ्तारी के मामले में जांच पूरी होने के बाद पूरी जानकारी दी जाएगी.