इजरायल (Israel) की तरफ से गाजा (Gaza) पर हवाई हमलों से क्षेत्र में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है. गाजा पट्टी पर इजरायल के हमले में कम से कम 11 लोगों की मौत हुई है. इनमें एक पांच साल की बच्ची भी शामिल है. फिलिस्तीन (Palestine) के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हमले में 70 से ज्यादा लोग घायल हुए. मरने वालों में विद्रोही गुट फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद का एक सीनियर कमांडर अल-जबारी भी शामिल है. ये हमला शुक्रवार 5 अगस्त को किया गया था. इसमें 10 लोगों की मौत हुई थी. वहीं 6 अगस्त की सुबह नए हमले में एक और व्यक्ति की मौत हुई. ये पूरा घटनाक्रम तब हुआ है, जब नवंबर में इजरायल में चुनाव होने जा रहे हैं.
इजरायल ने अचानक से बरसा दिए गाजा में बम, पांच साल की बच्ची सहित 11 की मौत
ये हमला तब हुआ, जब नवंबर में इजरायल में चुनाव होने जा रहे हैं.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल ने कहा कि फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद (PIJ) के खतरे को देखते हुए ये हवाई हमले किए गए. कुछ दिन पहले PIJ के एक सदस्य को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद ही इजरायल ने चेतावनी जारी की थी कि PIJ घात लगाकर हमला कर सकता है. PIJ को गाजा का सबसे ताकतवर चरमपंथी समूह माना जाता है.
‘जवाब में चले रॉकेट’इजरायली हमले के जवाब में फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद ने भी उसकी तरफ 100 से ज्यादा रॉकेट दागे. इजरायल ने इनमें से अधिकतर रॉकेट को अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम डोम से नष्ट कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी रात दोनों तरफ से हमले जारी रहे. फिलिस्तीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि इजरायल के हमले में PIJ के 4 सदस्यों की मौत हुई. इनमें कमांडर तायसीर अल जबारी भी शामिल हैं.
इजरायली हमले के बाद इस्लामिक जिहाद ने एक बयान जारी कर कहा,
"दुश्मन ने हमारे लोगों को टारगेट कर युद्ध की शुरुआत कर दी है. हमारा कर्तव्य है कि हम अपने लोगों को बचाएं और दुश्मन की किसी भी कार्रवाई को रोकें."
इजरायल डिफेंस फोर्स ने कहा कि उसने गाजा में मिलिटेंट्स के कई ठिकानों पर दोबारा हमले शुरू किए हैं. 6 अगस्त को इजरायल ने बताया कि वेस्ट बैंक से फिलिस्तीन इस्लामिक जिहाद के 19 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. पिछले साल मई में लगातार 11 दिनों तक हुई हिंसा के बाद यह सबसे गंभीर तनाव माना जा रहा है. सीजफायर से पहले 11 दिनों की उस लड़ाई में 200 से ज्यादा फिलिस्तीनी और करीब 12 इजरायली मारे गए थे.
इजरायल के प्रधानमंत्री येर लेपिड ने एक बयान में हमले को लेकर कहा कि इजरायल ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त अभियान की शुरुआत की है. उन्होंने कहा कि अपने लोगों की सुरक्षा के लिए जो भी करना होगा, वो करेंगे. लेपिड ने कहा कि उनकी लड़ाई गाजा के लोगों के खिलाफ नहीं है.
गाजा पट्टी पर अभी हमास का शासन है. हमास ने इस हमले को जघन्य अपराध बताया है. उसने एक बयान में कहा कि हथियारबंद समूह एकजुट हैं, और वह ऐसी कार्रवाई के खिलाफ शांत नहीं रहेगा.
उधर, संयुक्त राष्ट्र ने भी इस हमले की निंदा की है. मिडिल ईस्ट शांति प्रक्रिया के UN स्पेशल कोॉर्डिनेटर टोर वेन्सलैंड ने कहा कि नागरिकों पर इस हमले की कोई सफाई नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि रॉकेट हमले तुरंत बंद होने चाहिए.
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