मैंने JNU में कोई टुकड़े-टुकड़े गैंग नहीं देखा.ये बात कही है देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने. वो जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (JNU) से पढ़े हुए हैं. लगातार ख़बरों में बने JNU को लेकर कई तरह के दुष्प्रचार भी होते हैं. इनकी वजह से आम लोगों के बीच JNU को लेकर एक ख़ास तरह की नेगेटिव राय बन गई है. इसको कई नाम दे दिए गए हैं. इनमें से एक है- टुकड़े टुकड़े गैंग. इसी 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' पर अब विदेश मंत्री का ये बयान आया है. पढ़िए: 5 जनवरी की रात 3 बजे तक JNU कैंपस में क्या-क्या हुआ? 6 जनवरी को एस जयशंकर से JNU के हालात पर सवाल पूछा गया. जवाब में उन्होंने कहा-
मैं पक्के तौर पर आपसे कह सकता हूं कि जब मैं JNU में पढ़ता था, जब हमने वहां कोई 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' नहीं देखा.
JNU में जो हो रहा है, उसकी तस्वीरें देखीं मैंने. मैं हिंसा की पुरजोर निंदा करता हूं. जो भी हुआ, वो यूनिवर्सिटी की परंपरा और उसकी संस्कृति के बिल्कुल विरुद्ध है.
मुझे JNU पर जो कहना था, वो मैं कल कह चुका हूं. बिल्कुल स्पष्टता से कही थी मैंने अपनी बात.'टुकड़े-टुकड़े' गैंग से JNU का चरित्र चित्रण करने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हैं. इस ख़िताब का मतलब होता है देश बांटने वालों का गिरोह. इसका इस्तेमाल कई बार BJP के लोग विपक्षियों के लिए भी करते हैं.
JNU हिंसा: प्रत्यक्षदर्शी, छात्रसंघ, ABVP और दिल्ली पुलिस क्या कह रही है?