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JNU से पढ़े विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, मैंने तो उस वक्त कोई टुकड़े-टुकड़े गैंग नहीं देखा

एक लाइन की नपी-तुली, लेकिन सॉलिड बात. उनकी ये बात नरेंद्र मोदी और अमित शाह को सुना देनी चाहिए.

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एस जयशंकर मौजूदा विदेशमंत्री हैं. राजनीति में आने से पहले डिप्लोमैट रहे हैं. पूर्व विदेश सचिव रहे हैं. 1977 बैच के IFS अधिकारी रहे हैं. उनकी पढ़ाई JNU से हुई है. दाहिनी ओर JNU की तस्वीर है, जब 5 जनवरी की शाम हिंसा के बाद यहां पुलिस तैनात की गई (फोटो: PTI)
मैंने JNU में कोई टुकड़े-टुकड़े गैंग नहीं देखा.
ये बात कही है देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने. वो जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (JNU) से पढ़े हुए हैं. लगातार ख़बरों में बने JNU को लेकर कई तरह के दुष्प्रचार भी होते हैं. इनकी वजह से आम लोगों के बीच JNU को लेकर एक ख़ास तरह की नेगेटिव राय बन गई है. इसको कई नाम दे दिए गए हैं. इनमें से एक है- टुकड़े टुकड़े गैंग. इसी 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' पर अब विदेश मंत्री का ये बयान आया है. पढ़िए: 5 जनवरी की रात 3 बजे तक JNU कैंपस में क्या-क्या हुआ? 6 जनवरी को एस जयशंकर से JNU के हालात पर सवाल पूछा गया. जवाब में उन्होंने कहा-
मैं पक्के तौर पर आपसे कह सकता हूं कि जब मैं JNU में पढ़ता था, जब हमने वहां कोई 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' नहीं देखा.
5 जनवरी की शाम JNU में बड़े स्तर पर हिंसा हुई. नकाबपोश हमलावरों ने कैंपस में घुसकर स्टूडेंट्स और टीचर्स को निशाना बनाया. दो दर्ज़न से ज़्यादा लोग घायल हुए. हिंसा की ख़बर आने के बाद वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस जयशंकर का ट्वीट आया. दोनों JNU के प्रॉडक्ट हैं. दोनों ने JNU में हुई हिंसा की निंदा की. जयशंकर ने अपने ट्वीट में लिखा-
JNU में जो हो रहा है, उसकी तस्वीरें देखीं मैंने. मैं हिंसा की पुरजोर निंदा करता हूं. जो भी हुआ, वो यूनिवर्सिटी की परंपरा और उसकी संस्कृति के बिल्कुल विरुद्ध है.
6 जनवरी को जयशंकर एक किताब के विमोचन में पहुंचे हुए थे. इस दौरान फिर उनसे JNU हिंसा पर सवाल पूछा गया. उन्होंने कहा-
मुझे JNU पर जो कहना था, वो मैं कल कह चुका हूं. बिल्कुल स्पष्टता से कही थी मैंने अपनी बात.
'टुकड़े-टुकड़े' गैंग से JNU का चरित्र चित्रण करने वालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हैं. इस ख़िताब का मतलब होता है देश बांटने वालों का गिरोह. इसका इस्तेमाल कई बार BJP के लोग विपक्षियों के लिए भी करते हैं.
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