The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

BJP सांसद पर पुलिसवालों से मारपीट का आरोप, FIR दर्ज, अखिलेश बोले- कब होंगे गिरफ्तार?

BJP सांसद का कहना है कि उन पर झूठा केस किया गया है.

post-main-image
बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक, अस्पताल में खड़ी कन्नौज पुलिस (साभार-आजतक)

यूपी के कन्नौज से बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक पर पुलिसवालों के साथ मारपीट का आरोप लगा है. इस मामले में उनके खिलाफ FIR भी दर्ज की गई है. सुब्रत पाठक पर आरोप है कि अपहरण के एक आरोपी को छुड़ाने के लिए उन्होंने समर्थकों के साथ मिलकर चौकी में हंगामा काटा.

आजतक से जुड़े नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक, कन्नौज पुलिस ने बताया कि उन्नाव पुलिस अपहरण के एक मामले में गिरफ्तारी के लिए कन्नौज कोतवाली पहुंची थी. तभी कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक के समर्थकों ने अपहरण करने वाले को पुलिस हिरासत से छुड़ाने की कोशिश की.

पुलिसकर्मियों ने रोका तो सांसद समर्थकों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की. इस दौरान एक पुलिसकर्मी की वर्दी भी फट गई. मौके पर और पुलिसबल के पहुंचने पर मामले को शांत किया गया. पुलिस के मुताबिक तीन सब-इंस्पेक्टर समेत सात पुलिसकर्मियों को मामूली चोट आई है.

इसके बाद 2 जून की शाम कन्नौज शहर कोतवाली में सुब्रत पाठक समेत 10 नामजद और 42 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. उत्तर प्रदेश पुलिस के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने इसे लेकर बताया कि मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी.

सुब्रत पाठक पर FIR होने के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट कर लिखा,

"आज की ताजा खबर. पुलिसवालों ने की कन्नौज के बीजेपी सासंद सुब्रत पाठक के ऊपर एफआईआर. जनता पूछ रही है कब होंगे गिरफ्तार? इन भाजपाइयों से बचने के लिए पुलिस क्या बुलडोजर के पीछे छुपकर अपनी जान बचाए."

मामले पर सुब्रत पाठक की सफाई भी आई. सांसद ने कहा,

"मुझे जानकारी मिली कि कन्नौज पुलिस ने मेरे खिलाफ एक केस दर्ज कराया है. पुलिसकर्मी हमारे कार्यकर्ता समुद्र श्रीवास्तव के साथ मारपीट कर रहे थे. आरोपी पुलिसकर्मियों ने पार्टी कार्यकर्ता दीपशिखा के साथ भी अभद्रता की और छेड़छाड़ की.  मैंने एसपी कन्नौज से बातकर सभी को छुड़ाया."

सांसद ने कन्नौज एसपी पर आरोप लगाते हुए कहा,

"पिछले दिनों नगर निकाय के चुनाव में कन्नौज एसपी ने  खुलेआम BSP की मदद की गई थी. इसकी शिकायत मैंने खुद मुख्यमंत्री और प्रमुख सचिव से की थी. इसकी जानकारी शायद एसपी कन्नौज को हो गई थी. मुझे लगता है कि इसी वजह से मेरा नाम इस केस में शामिल किया गया है."

सांसद का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें धमकी दी कि अगर कोई कानूनी कार्रवाई की तो झूठे मुकदमे में जेल भेज देंगे.