कोर्ट में संजीव जीवा को लगीं 6 गोलियां, 4 से हुई तुरंत मौत, पोस्टमार्टम में क्या पता चला?

11:26 AM Jun 08, 2023 | अभय शर्मा
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लखनऊ कोर्ट में मारे गए गैंगस्टर संजीव जीवा का पोस्टमार्टम हो गया है. पुलिस ने हत्या के बाद रात में ही उसका पोस्टमार्टम करा दिया. इसके बाद उसके परिजनों को शव सौंप दिया गया. रात में परिजन बॉडी लेकर पैतृक निवास शामली चले गए (Sanjeev Jiva Postmortem Report).

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आजतक से जुड़े सत्यम मिश्रा की एक रिपोर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ है कि संजीव जीवा को 6 गोलियां मारी गई थीं. 4 सीने में लगीं और दो गोली सीने से नीचे के हिस्से में लगीं. आरोपी ने प्रोफेशनल शूटर की तरह वारदात को अंजाम दिया. जानकारी ये भी मिली है कि संजीव जीवा को मैग्नम अल्फा रिवॉल्वर से गोली मारी गई, जो बेहद खतरनाक मानी जाती है.

SIT की जांच शुरू

संजीव जीवा की पुलिस सुरक्षा में हत्या के मामले में सब इंस्पेक्टर की तहरीर पर FIR दर्ज की गई है. सब इंस्पेक्टर उदय प्रताप सिंह की तरफ से आरोपी विजय यादव के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है. लखनऊ के वजीरगंज थाने में हत्या, हत्या का प्रयास, लोक सेवक को चोट पहुंचाने समेत IPC की कई धाराओं में केस दर्ज हुआ है.

संजीव जीवा हत्याकांड मामले में देर रात ही एसआईटी टीम जांच करने पहुंच गई, जिसमें एडीजी प्रवीण कुमार सहित अन्य अफसर शामिल हैं. टीम ने तकरीबन 1 घंटे तक घटनास्थल का मुआयना किया और कई पहलुओं पर रिपोर्ट तैयार कर रही है. SIT की टीम सात दिन में जांच रिपोर्ट सौंपेगी.

वकील के भेस में आया था आरोपी 

लखनऊ की एक अदालत में बुधवार, 7 जून को गैंगस्टर संजीव जीवा की सुनवाई थी. जीवा कोर्ट में पहुंचा. उसी दौरान वकील के भेस में आए हमलावर विजय यादव ने उस पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. गोली लगते ही जीवा अदालत परिसर में गिर गया और वहीं दम तोड़ दिया. विजय यादव ने भागने की कोशिश की, लेकिन उसे वकीलों ने पकड़ लिया. ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस लॉ एंड ऑर्डर लखनऊ उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि दो पुलिसकर्मी भी हमले में घायल हुए. हालांकि, पुलिसकर्मी खतरे से बाहर हैं. इसके अलावा वहां पर एक महिला भी अपने पति और बच्चे के साथ थीं, जो चोटिल हो गईं. उनकी उंगली में चोट आई है. एक बच्चा भी चोटिल हुआ है, जिसका इलाज चल रहा है.

संजीव जीवा यूपी के शामली का रहने वाला था. इंडिया टुडे/आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक वो फिलहाल लखनऊ की जेल में बंद था. उसे गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता था. संजीव जीवा का नाम उस समय सबसे ज्यादा यूपी में चर्चा में आया था, जब उसने एक इशारे पर बीजेपी के बड़े नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद संजीव जीवा की गिरफ्तारी हुई. उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी.

संजीव जीवा मुन्ना बजरंगी और फिर मुख्तार अंसारी के संपर्क में आया था. मुज्जफरनगर का होने और आधुनिक हथियारों का शौकीन संजीव जीवा ने हथियारों की सप्लाई भी शुरू कर दी थी. इसी की बदौलत उसका संपर्क मुख्तार अंसारी से हुआ था. मुख्तार को ऐसे हथियारों का शौक था. फिर दोनों में दोस्ती हो गई थी.

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