उद्योगपति मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) और उनके परिवार को 15 अगस्त के दिन धमकी भरे फोन आए. ये फोन रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) के हरकिशनदास हॉस्पिटल में आए. इस मामले में पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में लिया है. जानकारी के मुताबिक, तीन से अधिक बार धमकी भरे फोन किए गए थे.
इंडिया टुडे से जुड़े दिव्येश सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी शख्स को मुंबई से गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में मुंबई पुलिस की तरफ से बयान में कहा गया,
"रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और उनके परिवार को मिली धमकी के मामले में डीबी मार्ग पुलिस, और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है. अस्पताल में तीन से अधिक कॉल आए. जांच की जा रही है."
इससे पहले पिछले साल मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर अंटीला के बाहर एक स्कॉर्पियो गाड़ी पाई गई थी. इस गाड़ी में 20 विस्फोटक जिलेटिन स्टिक मिली थीं. गाड़ी में एक धमकी भरा लेटर भी था. इस मामले की जानकारी मिलते ही कई पुलिसवाले मुकेश अंबानी के घर पहुंचे थे. बाद में मुंबई क्राइम इंटेलिजेंस के लोग भी अंटीला पहुंचे. इस यूनिट के सचिन वाझे हेड कर रहे थे. बाद में वो इस मामले के मुख्य जांचकर्ता बन गए.
Mukesh Ambani के घर के बाहर मिली थी गाड़ी
कुछ दिन बाद इस मामले की जांच NIA को सौंप दी गई थी. ये फैसला तब लिया गया, जब ठाणे में रहने वाले बिजनेसमैन मनसुख हीरेन की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई. दरअसल, जो गाड़ी मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिली थी, उसके मालिक मनसुख हीरेन ही थे. मनसुख हीरेन ने कहा था कि अंबानी के घर के बाहर मिलने से एक सप्ताह पहले उनकी गाड़ी चोरी गई थी. मनसुख हीरेन का शव 5 मार्च, 2021 को एक नाले में मिला था. इस मामले में NIA ने बाद में सचिन वाझे को गिरफ्तार किया था. वाझे पर आरोप लगा कि उन्होंने ही मनसुख हीरेन की हत्या की.
इससे पहले आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर मुकेश अंबानी अपनी पत्नी नीता अंबानी और पोते पृथ्वी अंबानी के साथ तिरंगा फहराते नजर आए. बताया गया कि अंबानी परिवार कंपनी के लोगों के साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह मना रहा था.
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