The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

'नया रनवे, मिलिट्री बिल्डिंग और बंकर...' सैटेलाइट ने पकड़ ली LAC पर चीन की साजिश

मई 2020 में एलएसी पर विवाद के बाद से चीन ने एयर फील्ड्स, हेलीपैड, रेलवे सुविधाओं, मिसाइल ठिकानों, सड़कों और पुलों का बड़े पैमाने पर विस्तार किया है.

post-main-image
अगस्त 2022 में ले. जनरल आरपी कालिता ने भी कहा था कि चीन अरुणाचल से सटे इलाकों में गांव बसा रहा है. (सांकेतिक तस्वीर- इंडिया टुडे)

LAC से सटे इलाकों में चीन लगातार नए ढांचे बना रहा है. ताज़ा खुलासा हुआ है हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में.

रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2020 में एलएसी पर विवाद के बाद से चीन ने एयर फील्ड्स, हेलीपैड, रेलवे सुविधाओं, मिसाइल ठिकानों, सड़कों और पुलों का बड़े पैमाने पर विस्तार किया है. ऐसा करने के पीछे सैनिकों को तेज़ी से तैनाती और सैन्य क्षमताओं को बढ़ावा दिया जाना, चीन की मंशा हो सकती है.

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक होतान, न्गारी गुनसा और ल्हासा की सैटेलाइट तस्वीरें प्लैनेट लैब्स ने दी हैं. इन तस्वीरों में साफ होता है कि चीनी ने नए रनवे का निर्माण करके इन सुविधाओं का विस्तार किया है. लड़ाकू विमानों की सुरक्षा के लिए बनाए गए मजबूतत ठिकाने, और सैनिकों के लिए सपोर्ट और ऑपरेशन बिल्डिंग का निर्माण किया है.

LAC पर चीन ने क्या-क्या बनाया?

1. दक्षिण-पश्चिमी शिंजियांग में होतान एयरफ़ील्ड लद्दाख की राजधानी लेह से करीब 400 किमी. की दूरी पर स्थित है. होटन एयरफ़ील्ड का आखिरी बार विस्तार 2002 में किया गया था. जून 2020 की एक सैटेलाइट इमेज में एयरफ़ील्ड के पास के क्षेत्र में कोई कंस्ट्रक्शन नहीं दिखता है. और लड़ाकू विमानों का एक एप्रन मौजूद था. एप्रन उस जगह को कहते हैं जहां विमानों को पार्क या खड़ा किया जाता है.

मई 2023 की एक सैटेलाइट तस्वीर से पता चलता है कि होटन एयरफ़ील्ड में एक नया रनवे, मिलिट्री ऑपरेशन सपोर्ट बिल्डिंग और एक नया एप्रन है. इसके साथ ही गोला-बारूद स्टोरेज भी है जो हवाई क्षेत्र से बहुत दूर नहीं हैं. एयरफील्ड की हाल की सैटेलाइट इमेजेज़ में हॉटन से संचालित मानव रहित हवाई वाहन (UAV) दिखाई दिए. साथ ही गतिरोध के बीच इस हवाई क्षेत्र में एक गुप्त लड़ाकू विमान Chengdu J-20 को तैनात किया गया है.

2. तिब्बत के न्गारी गुनसा एयरफ़ील्ड पैंगोंग झील से 200 किमी की दूर है. जहां भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच कई झड़पें हुईं. और अब चीन यहीं पर एक पुल का निर्माण कर रहा है. इस एयरफ़ील्ड का परिचालन 2010 में किया गया और डोकलाम में 2017 के गतिरोध के बाद इसका विस्तार किया गया. उस समय लड़ाकू विमान हवाई क्षेत्र में तैनात थे.

जून 2020 की एक सैटेलाइट इमेज में लड़ाकू जेट के साथ केवल एक एयरक्राफ्ट एप्रन दिखता है. लेकिन इस साल मई की एक इमेज में एक नया टैक्सीवे दिखता है और रनवे में कुछ बदलाव भी नजर आते हैं. कम से कम 16 नए मजबूत विमान ठिकाने और नए विमान और मिलिट्री ऑपरेशन बिल्डिंग भी हैं. यहां भी UAV की तस्वीरें दिखती हैं. बताया जाता है कि न्गारी गुनसा ने चीनी सेना के लिए एक प्रमुख रसद केंद्र है.

3. तिब्बत की प्रशासनिक राजधानी ल्हासा का हवाईअड्डा लंबे समय से दोहरे काम वाली सुविधा दे रहा है. हालांकि यह LAC के पश्चिमी क्षेत्र में नहीं है. यह तवांग से 250 किमी से भी कम दूर है. मई 2020 की एक सैटेलाइट इमेज में मौजूदा एयरक्राफ्ट एप्रन पर कॉम्बैट जेट्स को दिखते हैं. इस साल मई की एक इमेज में एक नया रनवे और एक नया एप्रन बनता दिख रहा है. साथ ही कम से कम 30 नए मजबूत शेल्टर और नई सपोर्ट बिल्डिंग्स दिखाई देती हैं. हाल के सालों की सैटेलाइट इमेजरी ने ल्हासा एयर फील्ड के दक्षिण में अंडरग्राउंड फैसेलिटीज़ के निर्माण के साथ-साथ एक रडार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर यूनिट और एक एयर डिफेंस यूनिट को दिखाया है.

सैटेलाइट तस्वीरों के इन खुलासों पर अब तक सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

पहले भी आईं हैं ऐसी तस्वीरें 

अगस्त 2022 में भी ऐसी खबरें सामने आईं थी. अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले के लोगों के लोगों ने बताया था कि चीनी सेना भारतीय सीमा के नजदीक स्थित चागलगाम के हाडीगारा-डेल्टा 6 इलाके में निर्माण कार्य कर रही है. ये निर्माण कार्य बड़ी-बड़ी मशीनें लाकर किया जा रहा है. LAC के पास चागलगाम, अंजॉ जिले में आने वाली आखिरी पोस्ट है. इंडिया टुडे से जुड़े युवराज मेहता की रिपोर्ट मुताबिक, इलाके के लोगों ने चीनी सेना के इस निर्माण कार्य का वीडियो भी रिकॉर्ड किया था. जो वीडियो सामने आया, वो कथित तौर पर 11 अगस्त, 2022 को रिकॉर्ड किया गया था. इस वीडियो में एक पहाड़ी इलाके में कुछ लोग मशीनों के जरिए पहाड़ तोड़ते नजर आ रहे हैं.

इससे पहले मई 2022 में सेना के इस्टर्न कमांड के ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कालिता ने जानकारी देते हुए कहा था कि चीनी सेना ने LAC के पास गांव बसाए हैं. इनका दोहरा उपयोग किया जा सकता है. उन्होंने कहा था कि भारत इस स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है.

नवंबर 2021 में आई अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन की एक रिपोर्ट में भी दावा किया गया था कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश में LAC पर गांव बना लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, ये गांव अरुणाचल के सुबनसिरि जिले में बसाया गया है. इतना ही नहीं इस गांव में चीन ने सेना की चौकी भी बना रखी है.

वीडियो: अरुणाचल जाकर अमित शाह ने ऐसा क्या कह दिया कि चीन को मिर्ची लग गई!