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पुलवामा हमला : आतंकियों को रहने की जगह मुहैया कराने के आरोप में परिवार गिरफ्तार

NIA ने अपने प्रेस नोट में दी ये बड़ी जानकारी.

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14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हमला हुआ था. साल भर बाद NIA ने गिरफ्तारी शुरू की.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी NIA ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्त में लिए गए लोगों का नाम 50 वर्षीय तारिक अहमद शाह और उनकी 23 वर्षीय बेटी इंशा जान हैं. NIA ने इस मामले में प्रेस नोट जारी करके जानकारी भी दी है. कहा है कि तारिक अहमद शाह ने खुलासा किया है कि पुलवामा में उसके घर का उपयोग आदिल अहमद दार, उमर फ़ारूक़, कामरान, समीर अहमद दार और मोहम्मद इस्माइल उर्फ़ इब्राहिम ने किया था. NIA के मुताबिक़ ये सभी लोग आतंकी हैं. और पुलवामा हमले में इन सभी लोगों के नाम बतौर मुख्य आरोपी सामने आये थे. तारिक अहमद शाह ने सभी आतंकियों को अपने घर में पनाह दी और इसी घर में पुलवामा हमले की प्लानिंग हुई. कहा है कि आदिल अहमद दार ने इसी घर का इस्तेमाल वीडियो बनाने के लिए किया था, जिसे हमले के बाद जारी किया गया था. तारिक अहमद शाह की बेटी इंशा जान के बारे में NIA ने कहा है कि उन्होंने भी कई मौकों पर आतंकियों को घर पर पनाह दी. उन्हें खाना दिया. और ऐसा कम से कम 15 मौकों पर हुआ. हर बार ये रुकना 2-4 दिनों के लिए होता था. NIA ने कहा है कि इंशा जान और उमर फ़ारूक़ के बीच कई मौकों पर सोशल मीडिया और टेलीफोन के ज़रिये बातचीत होती रही. इसके बाद NIA ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच अभी भी जारी है. 14 फरवरी 2019 को हुए जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में CRPF के 40 जवानों की मौत हो गयी थी. हमले में विस्फोटक से भरी मारुति ईको कार का इस्तेमाल हुआ. घटना के बाद जैश-ए-मोहम्मद के आदिल अहमद दार का वीडियो आया, जिसमें उसने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली थी. हालिया गिरफ्तारी के पहले 28 फरवरी 2020 को NIA ने पुलवामा हमले में पहली गिरफ्तारी की थी. 22-वर्षीय शाकिर बशीर को गिरफ्तार किया था. बशीर जैश-ए-मोहम्मद का ओवर द ग्राउंड वर्कर था. बशीर के बारे में एजेंसी ने कहा कि उसने आदिल अहमद दार को आने-जाने में मदद पहुंचाई थी. साथ ही CRPF के काफिले पर नज़र रखना, हमले में इस्तेमाल मारुति ईको कार को मॉडिफाई करना और सबकुछ की जानकारी आदिल अहमद दार को देने के भी आरोप बशीर पर लगे थे.
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