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ओडिशा ट्रेन हादसे में पत्नी की मौत, अब तक बेटी को नहीं खोज पाया लाचार पिता!

दर-दर भटकने को मजबूर पिता. एक तरफ पत्नी का शव, दूसरी तरफ लापता बेटी.

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ओडिशा ट्रेन हादसे में सैकड़ों लोग मारे गए. (सांकेतिक फोटो- PTI/ट्विटर)

ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे (Odisha Train Accident) को 72 घंटे से ज्यादा बीत गए हैं. हादसे में सैकड़ों लोग मारे गए हैं. ट्रेन हादसे के बाद अभी भी कई पीड़ितों के परिजन और उनकी तलाश में इधर-उधर भटक रहे हैं. परिजन घटनास्थल से लेकर अस्पताल और जिला मुख्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. इन्हीं लोगों के बीच हैदराबाद के मोहम्मद सरफराज अपनी सात साल की बेटी की तलाश में बालासोर पहुंचे. हादसे में उनकी पत्नी की मौत हो चुकी है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बालासोर ट्रेन हादसे के बाद से ही अस्पतालों में पीड़ित परिजनों के लिए हेल्प डेस्क बनाई गई है. इसके साथ ही प्रशासन और रेलवे ने हादसे में मरने वालों की तस्वीरें भी जारी की हैं. हैदराबाद के मोहम्मद सरफराज इन्हीं तस्वीरों में अपनी बेटी को तलाशने बालासोर के जिला अस्पताल पहुंचे.

पत्नी की मौत, बेटी की है तलाश

सरफराज की बेटी जाहिदा और उनकी पत्नी शबाना कोरोमंडल एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरफराज की पत्नी की इस हादसे में मौत हो गई. सरफराज को उनकी पत्नी का तो शव मिल गया है, लेकिन बेटी के बारे में उन्हें अभी भी कोई जानकारी नहीं मिली है. सरफराज अपनी बेटी की तलाश में एक डेस्क से दूसरी डेस्क और कई काउंटरों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरफराज ने बताया कि अस्पताल की तरफ से मृतकों की जो तस्वीरें लगाई गई हैं, उनमें उनकी बेटी जाहिदा की तस्वीर नहीं है.

सरफराज ने बताया कि उनकी अपनी पत्नी शबाना से 2 जून की शाम साढ़े पांच बजे बात हुई थी. इसके डेढ़ घंटे बाद ओडिशा में ट्रेन हादसा हो गया. सरफराज ने बताया कि उन्हें उनकी बेटी बालासोर के अस्पताल में नहीं मिली. वो अब अपनी बेटी की तलाश में भुवनेश्वर जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसी ने उन्हें बताया है कि उनकी बेटी भुवनेश्वर के अस्पताल में भर्ती हो सकती है.

बालासोर ट्रेन हादसा

बालासोर में बहानगा बाजार स्टेशन के पास 2 जून को ये हादसा हुआ था. यहां चेन्नई से हावड़ा जा रही 12841 कोरोमंडल एक्सप्रेस लूप लाइन में खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई थी. इसके बाद कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए. ये डिब्बे पास वाली लाइन से गुजर रही यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस से टकरा गए थे. हादसे में 275 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. वहां हजार से अधिक घायलों में से कई लोगों को डिसचार्ज किया जा चुका है.

वीडियो: ओडिशा रेल हादसे से तीन महीने पहले ही अधिकारी ने लेटर में जो बताया, सुधार करते तो हादसा न होता!