The Lallantop
लल्लनटॉप का चैनलJOINकरें

ओडिशा ट्रेन हादसे में बेटे की मौत, बंगाल से पिता शव लेने पहुंचे तो अफसर बोले- कोई बिहार ले गया

टीवी पर देखा बेटे का फोटो तो मिली जानकारी

post-main-image
कोलकाता के एक पिता को अभी तक अपने बेटे का शव नहीं मिल रहा है. (फ़ोटो: आजतक)

भारत का तीसरा सबसे भयानक ट्रेन हादसा. जो 2 जून को ओडिशा के बालासोर में हुआ. ये हादसा बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी के आपस में टकराने से हुआ. इस हादसे में 288 लोगों की जान गई. एक हजार से ज़्यादा लोग घायल हुए.

इस हादसे के पांच दिन बाद भी लोग दुर्घटनाग्रस्त हुई ट्रेनों में यात्रा कर रहे अपने करीबियों को ढूंढ रहे हैं. इनमें कोलकाता के एक पिता भी हैं. जो कई दिनों से अपने बेटे का शव ढूंढ रहे हैं. लेकिन, बेटे के शव का कुछ पता नहीं चल रहा. बालासोर हादसे के बाद पिता कोलकाता से बेटे का शव लेने पहुंचे. लेकिन, वहां आकर उन्हें पता चला कि उनके बेटे का शव गुम हो गया है.

तिरुपति से लौट रहा था बेटा

आजतक से जुड़े अजय नाथ की रिपोर्ट के मुताबिक मृतक के पिता का नाम शिवनाथ है और मृतक का नाम विपुल रॉय. शिवनाथ वेस्ट बंगाल के रहने वाले हैं. उनका बेटा तिरुपति से लौटकर घर वापस आ रहा था. उसी समय ट्रेन का एक्सीडेंट हो गया. एक्सीडेंट के बाद शिवनाथ ने उनके बेटे का फ़ोटो टीवी पर देखा. जिसके बाद वो ओडिशा विपुल का शव लेने गए. वहां उन्हें पता चला कि शव गायब हो गया.

बालासोर में सहायता विभाग ने उन्हें भुवनेश्वर के AIIMS में जाने का सुझाव दिया. कहा गया कि उनके बेटे का शव वहीं रखा गया है. शिवनाथ बताते-बताते रोने लगते हैं. आगे कहते हैं, 

‘जब मैं भुवनेश्वर पहुंचा तो मैंने विपुल का शव ढूंढने की कोशिश की. लेकिन मुझे मिला नहीं. मैंने वहां मौजूदा मुर्दाघर के अधिकारियों से पूछा कि 14 नंबर शव कहां है, तो उन्होंने मुझसे कहा कि उस शव पर किसी दूसरे व्यक्ति ने दावा किया तो अधिकारियों ने उनके बेटे के शव को बिहार भेज दिया. मुझे समझ नहीं आ रहा है. अब मुझे क्या करना है. मुझे मेरे बेटे का शव नहीं मिल रहा है.’

रिपोर्ट के मुताबिक मुर्दाघर के अधिकारियों ने जांच के लिए शिवनाथ का DNA सैंपल लिया है और उन्हें छह दिन रिपोर्ट के लिए इंतजार करने को कहा है.